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Sep
दिलीप कुमार देखो रूठा न करो दिलीप कुमार लेखक "तेरे घर के सामने" एक कॉमेडी, रोमांटिक फिल्म है.जो सामाजिक संदेश भी दे जाती है कि "जो कुछ नया है वह बुरा नहीं है, न ही वह सब कुछ पुराना अच्छा है"कहानी एक युवा आर्किटेक्चर राकेश (देवानंद) की है, जो पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने के बाद भारत लौटता है. उसे एक आधुनिक भारतीय लड़की सुलेखा (नूतन) से प्यार हो जाता है, जो भारतीय संस्कृति और अपने माता-पिता की इच्छाओं का सम्मान करती है. उन दोनों के पिता परस्पर एक - दूसरे के जानी दुष्मन होते हैं. कभी भी झगड़ना बंद…