29
May
पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी का लेखक मिलन शिविर आयोजन पूर्वोदय संवाददाता: “साहित्य किसी भी समाज की आत्मा का प्रतिबिंब होता है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यों को भी व्यक्त करता है। भारत और भूटान के साहित्यिक संबंध दोनों देशों के लोगों को एक-दूसरे की संस्कृति, परंपराओं और जीवनशैली को समझने का अवसर प्रदान करते हैं। इस तरह की साहित्यिक यात्राएँ इन संबंधों को और भी मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।“ इसी विश्वास के साथ पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी की ओर से भूटान में लेखक मिलन शिविर का आयोजन किया जा रहा…