प्रयागराज : महाकुंभ अमृत स्नान के साथ अपने अलग- अलग नजारों के लिए भी चर्चा में है| एक ओर जहां एप्पल के सह संथापक एटिव जॉब्स की धर्मपत्नी के सनातन होने की दुनियाँ भर में चर्चा है तो हर्षा रिछारिया सोशल मीडिया पर खूब वायरल हैं| हालांकि उन्होने स्पष्ट किया है कि वो साध्वी नहीं बल्कि संत मार्ग पर चल रही हैं| हर्षा उत्तराखंड की रहने वाली हैं| उन्होंने ग्लैमर की दुनिया छोड़कर आध्यात्म को अपनाया है| उन्हें स्वामी कैलाशानंद गिरि ने आध्यात्म की दीक्षा दी| हर्षा देश और विदेश में ग्लैमर जगत का हिस्सा रही हैं| हर्षा ने कहा, पेशेवर जीवन में दिखावे और आडंबर से भरी जिंदगी ने मुझे उबा दिया| मैंने महसूस किया कि वास्तविक सुख और शांति केवल सनातन धर्म की शरण में ही है| स्वामी कैलाशानंद गिरि से दीक्षा लेने के बाद मैंने जीवन का नया अर्थ समझा है| हर्षा ने कहा कि वो साध्वी नहीं हैं| उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने कोई भी धार्मिक संस्कार नहीं करवाए हैं| इसलिए उन्हें साध्वी का टाइटल ना दिया जाएगा. हर्षा ने कहा कि मैंने सिर्फ गुरु दीक्षा और मंत्र दीक्षा ली है| मैं अभी इसका पालन कर रही हूं| हर्षा कहती हैं कि मैंने खुद को सनातन धर्म के लिए समर्पित कर दिया है|