मनीष नागर — ” ग्रोथ मार्केटर “। प्रैक्टिशनर लाइफ कोच।
जीवन में हमें रोजाना अभ्यास करना पड़ता है। अगर हम जीवन में अपना बेहतर संस्करण बनना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले वर्तमान में रहना होगा। हमें अपनी परिस्थिति को स्वीकार करना होगा और इसे बदलने के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा । ज़रा सोचिए –
1. आप कितने दूर आए हैं?
हमें अपनी सफलता को मापना होगा कि हम कितने दूर आए हैं? हमें अपने दैनिक उद्देश्य और कार्यों का विश्लेषण करना है और हमेशा बदलने के लिए तैयार होना है।
2. अपने दैनिक लक्ष्यों के बारे में सोचें
यह हमारी प्रेरणा के लिए बहुत अच्छा है । अपने मस्तिष्क को केंद्रित रखें और अपने दैनिक लक्ष्यों के बारे में सोचें । जब हम अपने लक्ष्यों में वास्तविक प्रगति कर रहे हैं, तो यह हमें बहुत खुश करता है। हम हमेशा प्रेरित होते हैं। हमें अनावश्यक लक्ष्य रखने से बचना चाहिए । एक बार लक्ष्य पूरा होने पर संतोष का अनुभव होता है।
3. हमेशा एक नई आदत बनाएं और दोहराएं
कभी-कभी, सबसे छोटे बदलाव सबसे बड़े परिणाम बनाते हैं। जब आप एक नई आदत शुरू करते हैं, चाहे वह जिम जा रहा हो, एक वीडियो बना रहा हो, या अपने बोलने के कौशल में सुधार करने का प्रयास कर रहे हों । हर प्रयास अपने आप में महत्वपूर्ण होता है। एक नयी अच्छी आदत सीखने के बाद उसे दोहराना चाहिए।
4. भगवान के प्रति आभारी रहें
जब आप अपने जीवन में महत्वपूर्ण लोगों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं, तो उनके मन में भी आपके लिए एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हमें जीवन में व्यक्तियों के साथ – साथ भगवान का सदा आभारी होना चाहिए। ईश्वर के प्रति कृतज्ञ होना दरअसल जीवन में ईश्वर द्वारा प्रदत्त उपदानों के लिए उनका शुक्रगुजार होना है।
5. अपने इर्द- गिर्द लोगों पर ध्यान दें
जिन लोगों के साथ आप समय बिताते हैं उनका प्रभाव आपके व्यक्तित्व और कार्यों पर पड़ता है। वे निसंदेह आपके जीवन में कुछ बदलाव लाते हैं । अतः यह ज़रूरी है की अपने प्रति अच्छी भावना रखने वालों की पहचान करें और उनके इर्द गिर्द रहें। वातावरण, जलवायु आदि के साथ साथ हमें यह भी देखना चाहिए कि हम किन लोगों के बीच उठते – बैठते हैं । हमारे दायरे में कौन लोग शामिल हैं ? जो लोग हमारे कार्यों में सहयोग करते हैं और एक व्यक्ति के रूप में हमारा समर्थन करते हैं वो हमें हमारे जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रयत्क्ष या परोक्ष रूप से सहायक होते हैं।