नई दिल्ली : एक कहावत है कि क्या तुम कोई राजा महाराजा हो, जो तुम्हारी शादी महल में होगी| आम आदमी के लिए ये कहावत सपने सरीखी ही है लेकिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक साधारण महिला का ये सपना सच कर दिया है| एक विवाह अपने स्थल के चलते ये चर्चा में हैं क्योंकि ये विवाह राष्ट्रपति भवन में सम्पन्न हुआ है| विवाह की खास बात है कि दूल्हा यूपी के देवरिया का रहने वाला है और दुल्हन मध्य प्रदेश की पूनम हैं| अवनीश तिवारी असिस्टेंट कमांडेंट ने राष्ट्रपति की पीएसओ पूनम के साथ सात फेरे लिए| परिवार का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपनी पीएसओ पूनम के व्यवहार से प्रभावित होकर उन्हें शादी के लिए अनुमति दी| राष्ट्रपति की ओर से वर- वधू को तोहफा भी दिया गया|
बुधवार शाम को राष्ट्रपति भवन में दोनों ने सात फेरे लिए| राष्ट्रपति की पीएसओ पूनम और असिस्टेंट कमांडेंट अवनीश तिवारी की शादी धूमधाम से हुई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया. ऐसा पहला मौका है जब राष्ट्रपति भवन में किसी भी अफसर की शादी की शहनाई गूंजी। इसी वजह से इस शादी को ऐतिहासिक भी कहा जा रहा है| सुरक्षा कारणों से शादी में परिवार और परिवार के बेहद करीबियों ही इस विवाह में शामिल हुए| इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम लोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि राष्ट्रपति भवन में इस तरह का सम्मान मिलेगा| देवरिया के भाटपार रानी क्षेत्र के बड़का दुबे गांव के रहने वाले अनिल तिवारी के बेटे अवनीश तिवारी सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हैं. अवनीश तिवारी के पिता अनिल तिवारी दार्जिलिंग में एक चाय कारखाना में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं. अवनीश की शुरुआत पढ़ाई वहीं हुई है. दुल्हन बनी पूनम मध्य प्रदेश के शिवपुरी के श्री राम कालोनी के रहने वाले नवोदय विद्यालय में कार्यालय अधीक्षक के पद पर तैनात रघुवीर की बेटी हैं. पूनम राष्ट्रपति की पीएसओ के पद पर तैनात हैं. अवनीश की प्रारंभिक शिक्षा दार्जिलिंग में हुई है. पूरा परिवार गोरखपुर के नंदानगर में रहता है. इन सभी का गांव में भी आना-जाना होता है| अवनीश एवं पूनम के शादी समारोह में कुल 94 लोगों को आमंत्रित किया गया, जिसमें 42 बरातियों को राष्ट्रपति भवन के मयूर अपार्टमेंट में ठहरने के लिए इंतजाम किया गया| इसके अलावा नौ लोगों को कोटा हाउस में ठहराया गया| 19 लोगों को न्यू डेलही 6 बीएचके में ठहरने का इंतजाम किया गया है| इसके साथ ही 7 लोगों को वन बीएचके आउटसाइड में ठहरने की व्यवस्था की गई. वहीं आमंत्रित अतिथियों की जांच पड़ताल के साथ उनका मोबाइल नंबर व आधार कार्ड नंबर भी सूची में जारी किया गया था|