छोटी काशी गोला गोकरण नाथ की विश्व कीर्तिमानधारी संस्था कपिलश फाउंडेशन का सातवां वार्षिकोत्सव लखनऊ के डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन में मनाया गया जिसमें कई राज्यों के साहित्यकारों ने हिस्सा लिया। संस्थापक अध्यक्ष शिप्रा खरे के स्वागत उद्बोधन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संचालन विश्व रिकॉर्डधारी और कपिलश प्रकाशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यतीश शुक्ला ने किया। समारोह की अध्यक्षता प्रो० विश्वंभर शुक्ल ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सूचना आयुक्त डा० दिलीप अग्निहोत्री एवं सैयद मुमताज़ मियां चिश्ती सज्जादा नशी ने खीरी दरगाह रहे। बीएसएफ कमांडेंट अशोक दुबे, कवयित्री अनुराधा पाण्डे, डॉ सरला शर्मा, नगरपालिका अध्यक्ष गोला विजय शुक्ल रिंकू, स्थाई अधिवक्ता एड के सरन, समाजसेवी विशाल तिवारी, लक्ष्मण मिश्र, कैप्टन अखिलेश चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार पद्माकांत शर्मा, श्रीधर अग्निहोत्री, विपिन शर्मा, मनीष शुक्ला, साहित्यकार डॉ उमाशंकर शुक्ल शितिकंठ, कुसुमलता अविचल, रीमा सिन्हा, डॉ अनीता श्रीवास्तव, छंदविज्ञ ज्योतिषाचार्य मनोज शुक्ल, हास्य कवि शेखर अग्रवाल, यश भारती ऋचा जोशी, रंगकर्मी मुनालश्री बिक्रम बिष्ट, विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कपिलश प्रकाशन द्वारा प्रकाशित खुर्जा की डॉ साधना अग्रवाल साधिका की पुस्तक ‘कुछ रफू कुछ पैबंद’ और सीतापुर के ओज कवि रजनीश मिश्र की ‘अंगारों पर देश’ और लखनऊ के कैप्टन अभय कुमार आनंद की ‘सुंदर कांड सवैया आनंदामृत’ का विमोचन हुआ। अभय आनंद द्वारा हिंदी खड़ी बोली की एक ही छंद विधा में रचित पुस्तक ‘सुंदर कांड सवैया आनंदामृत’ ने एक नया विश्व कीर्तिमान बनाया। इस पुस्तक को दुबई की विश्व रिकॉर्ड संस्था ‘द बुक ऑफ वर्ड रिकॉर्ड्स’ द्वारा रिकॉर्ड बुक में दर्ज़ किया गया है।
राज्य सूचना आयुक्त डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने अपने वक्तव्य में संस्था के द्वारा हिन्दी के प्रचार प्रसार के लिए कपिलश फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की एवं विश्व के सबसे लम्बे कवि सम्मेलन एवं मुशायरा विश्व रिकॉर्ड के लिए सभी सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम सबको हिन्दी भाषा के गौरव के लिए मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
कपिलश के चिकित्सा सेवा के लिए ‘रघुनंदन प्रसाद खरे स्मृति सम्मान’ 2024 लखनऊ के डॉ अनिल मिश्रा को , छोटी काशी गोला गोकरण नाथ को समर्पित साहित्यकार सम्मान ‘ छोटी काशी की कलम’ 2024, आचार्य नंदी लाल बाबूजी को, कला/संस्कृति /साहित्य के लिए वर्ष 2024 का ‘कपिल देव खरे स्मृति सम्मान’ ललितपुर के मौलिक ओज कवि पंकज अंगार को, काव्य विधा, ‘गीत’ लेखन और गायन के लिए वर्ष ‘गीत गुंजन सम्मान’ 2024 लखनऊ की सुप्रसिद्ध कवयित्री सफलता त्रिपाठी को विभूषित किया गया। 154 घंटों तक चले विश्व के सबसे लंबे कवि सम्मेलन और मुशायरे के विश्व रिकॉर्ड को बनाने वाली संस्था के सदस्यों को ‘कपिलश साहित्य श्री’ सम्मान से विभूषित किया गया।
संस्था के संयोजक वरिष्ठ पत्रकार रविसुत शुक्ल, रेखा बोरा ने मंच व्यवस्था और अभय कुमार आनंद ने भोजन की व्यवस्था संभाली। कपिलश संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार श्रीकांत तिवारी कांत ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।