- आप जहां भी काम करें, हमेशा याद रखें – राष्ट्र प्रथम, हमेशा प्रथम: केन्द्रीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव
- आईआईएमसी ने उद्योग के सहयोग और सुरक्षा क्षेत्र के प्रशिक्षण के साथ मीडिया शिक्षा को मजबूत किया: आईआईएमसी महानिदेशक डॉ. अनुपमा भटनागर
नई दिल्ली : भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) ने महात्मा गांधी मंच, आईआईएमसी, नई दिल्ली में अपना 56वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर आईआईएमसी के कुलाधिपति और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण, रेलवे तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने ने कहा कि जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) को विश्वस्तरीय मीडिया विश्वविद्यालय बनाया जाएगा।
स्नातक करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए श्री वैष्णव ने इस बात पर जोर दिया कि आईआईएमसी के अगले संस्करण में विश्व स्तरीय पाठ्यक्रम और तेजी से बदलते संचार परिदृश्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए मीडिया उद्योग के साथ मजबूत सहयोग भी शामिल होगा। उन्होने समारोह में 2023-24 बैच की उपलब्धियों की सराहना की| समारोह में आईआईएमसी नई दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों- धेनकेनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू के 478 छात्रों को उनके स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त, 36 उत्कृष्ट छात्रों को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए पदक और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो उनकी शैक्षणिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण अवसर था।
समारोह में श्री वैष्णव ने मीडिया उद्योग की गतिशील प्रकृति और अनुकूलनशीलता के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मीडिया की पूरी दुनिया बदल रही है और बदलाव निरंतर हो रहा है। हमें आगे बने रहने के लिए इन बदलावों को आत्मसात करना चाहिए और उनके अनुकूल ढलना चाहिए।
स्नातकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करते हुए, मंत्री ने छात्रों को समर्पण और दृढ़ता के साथ अपनी यात्रा जारी रखने की सलाह दी, उसी ऊर्जा को आगे बढ़ाते हुए जिसने उन्हें इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंचाया। केन्द्रीय मंत्री श्री वैष्णव ने कहा, “आप जहां भी काम करें, हमेशा याद रखें – राष्ट्र पहले, हमेशा पहले। आपका काम देश की मदद करने का होना चाहिए, और बाकी चीजें अपने आप हो जाएंगी।
आईआईएमसी की महानिदेशक डॉ. अनुपमा भटनागर ने कहा, “भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) ने आधुनिक प्रगति और उभरती आवश्यकताओं के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए अपने पाठ्यक्रम में लगातार सुधार किया है।” उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि छात्र जनसंचार के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करेंगे। इस लक्ष्य का समर्थन करने के लिए, प्लेसमेंट सेल ने पिछले दिसम्बर में एक इंडस्ट्री कनेक्ट इवेंट का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिससे छात्रों को विभिन्न मीडिया क्षेत्रों में प्रतिष्ठित उद्योगपतियों से सीखने के लिए एक मूल्यवान मंच मिला।
उन्होंने आगे कहा कि आईआईएमसी भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों के प्रशिक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हाल के वर्षों में सुरक्षा क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सशस्त्र बलों, राज्य पुलिस विभागों, तटरक्षक बल, असम राइफल्स और सीआईएसएफ के लिए विशेष जनसंचार पाठ्यक्रम संचालित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, राज्य सूचना अधिकारियों और जनसंपर्क अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस अवसर पर आईआईएमसी के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. निमिष रुस्तगी सहित संस्थान के शिक्षक एवं कर्मचारी भी उपस्थित थे|