बलिया में स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय की भूमि पर कच्चे तेल का भंडार
बलिया: कहते हैं तेल का खेल निराला है| यह रेगिस्तान को भी रोशन कर देता है| अरब देश इसका जीता जागता उदाहरण हैं लेकिन अगर यही तेल का भंडार भारत में मिल जाए तो हमारा देश तेल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकता है| जी हाँ भारत में ऐसी ही उम्मीद की किरण उत्तर प्रदेश से आई है| यहाँ क्रांतिधरा बलिया जिले के सागरपाली स्थित रटूचक गांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पांडेय की भूमि पर कच्चे तेल का भंडार मिला है| ओएनजीसी ने दावा किया है कि इस क्षेत्र में करीब 300 किलोमीटर के दायरे में तेल के विशाल भंडार हैं| ओएनजीसी ने इस भूमि को किराए पर लिया है और यहां खुदाई का कार्य शुरू कर दिया है| इस क्षेत्र में लगभग 12 बीघा जमीन पर खुदाई की जा रही है| ओएनजीसी ने इस भूमि के लिए सेनानी परिवार को 10 लाख रुपये सालाना किराया देना तय किया है| पिछले छह महीनों से कार्य तेज गति से चल रहा है| आने वाले समय में यह क्षेत्र आर्थिक और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव का गवाह बन सकता है|
गौरतलब है कि क्रूड ऑयल आयात करने की वजह से भारत को भारी विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ रही है| ऐसे में अपने क्षेत्र में कच्चे तेल का भंडार मिल जाता है तो यह देश के लिए एक बड़ा आर्थिक लाभ होगा| इससे स्थानीय स्तर पर जल, सड़क, शिक्षा और परिवहन की व्यवस्थाएं भी मजबूत होंगी|राष्ट्रीय स्तर पर भारत का तेज आर्थिक विकास संभव हो सकेगा|