- केन्द्रीय राज्यमंत्री ने उनाकोटी में खेल एवं पर्यटन पर आधारित विकास अभियान को तेज करने पर जोर दिया
उनाकोटी : ‘माई भारत’ अभियान को तेज कर छोटे ग्रामीण खेल मैदानों को विकसित किया जाएगा। साथ ही स्कूल में सुविधाओं और बेहतर सुरक्षा का वातावरण बनाया जाएगा| केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खड़से ने आज ‘पूर्वोत्तर संपर्क सेतु’ कार्यक्रम के तहत अपने वर्तमान दौरे के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में एक व्यापक समीक्षा बैठक का समापन किया। माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा निर्देशित इस रणनीतिक पहल को विभिन्न प्रमुख केन्द्रीय योजनाओं के जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन का आकलन करने, केन्द्र और राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास को गति देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। श्रीमती खडसे के साथ त्रिपुरा के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री टिंकू रॉय, त्रिपुरा पूर्व की सांसद श्रीमती कृति देवी देबबर्मन तथा जिला प्रशासन के अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
कुल 686.97 वर्ग किलोमीटर में फैला और 3,48,631 की जनसंख्या (3,08,438 की ग्रामीण जनसंख्या सहित) वाला उनाकोटी जिला, इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण केन्द्रबिन्दु है। इको-टूरिज्म की महत्वपूर्ण संभावनाओं से लैस होने के बावजूद, इस जिले को अपनी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने से जुड़ी समस्याओं, तस्करी, मादक पदार्थ, सीमा संबंधी अपराध और घुसपैठ सहित विभिन्न चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा इन चुनौतियों से पूरी तत्परता के साथ निपटा जा रहा है। समीक्षा बैठक के दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के प्रमुख अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया। इस विचार-विमर्श में स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास तथा बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हुई प्रगति पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
उनाकोटी ने आधारभूत ढांचे के निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत, वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल 73.894 किलोमीटर की 15 परियोजनाएं पूरी की गईं। इस जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल लंबाई अब 91.000 किलोमीटर है और सड़क संपर्क की समग्र लंबाई 739.705 किलोमीटर है, जो 421 बॉक्स कल्वर्ट/स्लैब कल्वर्ट, 25 आर.सी.सी. पुल और 19 बेली पुलों द्वारा समर्थित है। इन पुलों में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पुल और निर्माणाधीन जलई पुल भी शामिल है। ‘जल जीवन मिशन’ के तहत. 89.03 प्रतिशत का कवरेज हासिल कर लिया गया है और 47,737 सक्रीय घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) प्रदान किए गए हैं। नूनचेरा में एक नवोन्मेषी योजना प्रतिदिन 30,000 गैलन की जल क्षमता प्रदान करती है। ‘सौभाग्य’ योजना के तहत, कुल 12,658 कनेक्शन प्रदान किए जाने के साथ ईसी-उनाकोटी सर्कल में बिजली की शत-प्रतिशत सुलभता सुनिश्चित हो गई है। ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना’ (डीडीयूजीजेवाई) के तहत, पर्याप्त लाइन कार्य और ट्रांसफार्मर स्थापना का कार्य पूरा कर लिया गया है, जोकि पूर्ण रूप से निर्मित हो चुके 138 गोबर गैस संयंत्रों के पूरक हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के अंतर्गत आवास संबंधी पहल के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 12,006 तथा शहरी क्षेत्रों में 6,161 मकानों का निर्माण पूरा किया गया है। ‘स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण’ ने 98.09 प्रतिशत व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों (आईएचएचएल) के निर्माण के साथ उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की हैं। इसके साथ-साथ पृथक्करण शेड और सामुदायिक स्वच्छता परिसरों के मामले में भी काफी प्रगति हुई है। कुल 19.00 किलोमीटर से अधिक लंबे तटबंधों की मरम्मत का काम भी जारी है।
आर्थिक सशक्तिकरण और बेहतर आजीविका के उद्देश्य से शुरू की गई पहलों के उल्लेखनीय परिणाम मिल रहे हैं। मनरेगा के तहत, इस जिले में अनुमानित 5.68 लाख की तुलना में 4.71 लाख मानव-दिवस के बराबर के रोजगार सृजित किए गए हैं, जोकि सतत रोजगार का संकेत है। कुल 93 आदर्श “अमृत सरोवर” जल निकायों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) से कुल 18,790 किसानों को लाभ हुआ है और उन्हें 70.394 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। जबकि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) ने बीमा संबंधी महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की। कृषि संबंधी विभिन्न पहलों के जरिए खाद्यान्न उत्पादन में अंतर को पाटने के प्रयास जारी हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत 961 लाभार्थियों को 439.57 लाख रुपये का लाभ प्रदान किया गया है, नए तालाबों, हैचरी एवं उपकरणों के लिए धन मुहैया कराया गया है तथा एक एकीकृत एक्वा पार्क का विकास किया जा रहा है। स्वरोजगार संबंधी पहल सफल हो रही हैं। पीएमईजीपी के तहत 40 नए ऋण वितरित किए गए हैं तथा पीएम-विश्वकर्मा के तहत 125 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। वित्तीय समावेशन भी मजबूत हुआ है। कुल 102,306 जन धन खाते खोले गए हैं तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को मजबूती मिली है, जिससे ऋण जमा (सीडी) अनुपात में 69.44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
जनजातीय समुदायों और महिलाओं के लिए केन्द्रित प्रयास किये गये हैं। ‘पीएम-जनमन’ के तहत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (रियांगों) के लिए शुरू की गई महत्वपूर्ण परियोजनाओं में आंगनवाड़ी केन्द्र, अनुसूचित जनजाति छात्रावास, नई पीएमजीएसवाई सड़कें और एक मोबाइल मेडिकल यूनिट शामिल हैं। इस मोबाइल मेडिकल यूनिट ने कुल 12,319 लोगों को सेवा प्रदान की है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत 2024-25 में 1,309 लाभार्थियों को नामांकित किया गया और ठोस प्रयासों के जरिए बाल विवाह के 74 मामलों को रोका गया। कुल 11,507 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का एक जीवंत नेटवर्क तैयार किया गया है। इस नेटवर्क को सामुदायिक निधि से 115 करोड़ रुपये और बैंक ऋण से 59.7 करोड़ रुपये का समर्थन हासिल है। इससे “लखपति दीदी” पहल के तहत कुल 4,575 महिलाओं को सशक्त बनाया गया है और विविध स्थानीय उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है।
इस जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को 81 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के जरिए मजबूत किया गया है। ‘गहन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 5.0’ के तहत शिशुओं एवं गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का शत-प्रतिशत कवरेज हासिल किया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 253,244 हो गई। इनमें से 231,512 मरीजों को मुफ्त दवा दी गई। ‘पीएम-श्री’ योजना के तहत पांच अतिरिक्त कक्षाओं, एक पुस्तकालय कक्ष और एक नए स्कूल भवन के निर्माण की सुविधा प्रदान की जा रही है। युवा एवं खेल जगत में, खेलो इंडिया से संबंधित प्रमुख परियोजनाओं के प्रस्ताव विचाराधीन हैं। इनमें एक अंतरराष्ट्रीय आकार का सिंथेटिक 8-लेन वाला एथलेटिक ट्रैक और एक सिंथेटिक फुटबॉल टर्फ शामिल है। एक खेल प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किया गया है तथा एक युवा छात्रावास के निर्माण कार्य का 20 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है। इसके अलावा, पीएम-कुसुम के तहत 275 सौर कृषि डीसी पंपों का निर्माण पूरा हो चुका है और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1,443 सौर स्ट्रीट लाइटिंग प्रणालियां स्थापित की गई हैं। बेतचरा ग्राम पंचायत ने स्थानीय शासन में उत्कृष्टता का उदाहरण पेश करते हुए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024 में तीसरा स्थान भी हासिल किया। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी कवरेज 97.42 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
व्यापक प्रगति के बावजूद, केन्द्रीय राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने गहराई से ध्यान देने हेतु प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सीमा सुरक्षा एवं प्रबंधन, जिसमें विशेष रूप से बाढ़ से बाड़ को हुए नुकसान के बाद सुदृढ़ बुनियादी ढांचे का विकास शामिल है, पर निरंतर जोर देने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं को निरंतर बेहतर बनाते हुए उनाकोटी की अनूठी विरासत एवं प्राकृतिक सुंदरता का लाभ उठाकर इको-टूरिज्म के विकास हेतु एक केन्द्रित दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने हेतु नवीन पद्धतियों एवं जलवायु के अनुकूल खेती और खाद्यान्न उत्पादन में अंतर को पाटने हेतु व्यापक योजना को अपनाने की आवश्यकता है। बांस और रबर जैसे स्थानीय आर्थिक अवसरों के साथ जुड़े रोजगार योग्यता कार्यक्रमों के लिए लक्षित कौशल विकास युवाओं की रोजगार क्षमता बढ़ाने और पलायन को कम करने की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
खेल और युवाओं के विकास को बढ़ावा देने की प्रक्रिया में खेलो इंडिया से जुड़ी परियोजनाओं की मंजूरी में तेजी लाना, मौजूदा बुनियादी ढांचे का अधिकतम उपयोग करना और जमीनी स्तर पर भागीदारी को प्रोत्साहित करना शामिल है। उन्होंने सुरक्षित पेयजल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पानी में मौजूद लौह तत्व की उच्च मात्रा के कारण जल परियोजनाओं के लिए श्रमशक्ति बढ़ाने की जरूरत और नदी तट कटाव के स्थायी समाधान हेतु धन का अनुरोध किया। गैर-कंक्रीट सड़कों की स्थिति से जुड़ी चिंताओं के बाद, श्रीमती खडसे ने सड़क एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के नेटवर्क के उन्नयन से संबंधित एक संपूर्ण समाधान के लिए एक व्यापक प्रस्ताव (डीपीआर) को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजने का अनुरोध किया। अंत में, उन्होंने पूरी सतर्कता के साथ लाभों को अंतिम छोर तक पहुंचाने, डेटा को सुव्यवस्थित करने, क्षमता संबंधी अंतराल को पाटने और इंटरनेट कनेक्टिविटी एवं सीएससी के जरिए डिजिटल साक्षरता का विस्तार करने पर जोर दिया।
केन्द्रीय राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने उनाकोटी जिला प्रशासन के समर्पण और प्रमुख केन्द्रीय योजनाओं के मूर्त प्रभाव पर गहरा संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “उनाकोटी जिला प्रशासन के समर्पण और यहां के लोगों के जीवन पर प्रमुख केन्द्रीय योजनाओं के मूर्त प्रभाव को देखना वाकई प्रेरणादायक है।” उन्होंने केन्द्र सरकार के अटूट समर्थन को दोहराया और यह आश्वासन दिया कि उनाकोटी एक “आकांक्षी” जिले से हटकर एक “प्रेरणादायक” जिले के रूप में बदल जाएगा और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस क्षेत्र में विकास से जुड़ी पहलों की निगरानी एवं कार्यान्वयन को और अधिक सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से इस विस्तृत दौरे की रिपोर्ट “पूर्वोत्तर संपर्क सेतु” पोर्टल पर प्रस्तुत की जाएगी।