- डॉ मनीष शुक्ल
आतंक का कोई धर्म नहीं है| सच है! पर आतंक की जड़ें जरूर होती हैं जो समाज को खोखला करती हैं| देश की सीमाओं से निकलकर समूचे विश्व को तबाह करने की साजिश रचती हैं| अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनियाँ भर के देशों ने ये साजिश झेली है| भारत पिछले चालीस वर्षों से पाकिस्तान की आतंकी साजिश से पीड़ित है|
हरियाणा की यू ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा आतंक की इसी जड़ में जकड़ ली गई है| जिसको पानी देने वाले आतंक के आका पाकिस्तान में फले- फूले हैं| भारत के खिलाफ युद्ध में हर कोई निशाने पर है। आतंकवाद पाकिस्तान की राष्ट्रीय नीति है| इस नीति पर चलकर पिछले 75 सालों में वो गर्त में पहुंच चुका है| फिर ऐठन बाकी है| पाक के मंसूबे खुद तबाह होकर भारत को तबाह करने के हैं| भारत ने सैन्य ‘ऑपरेशन सिंदूर’के जरिये पाकिस्तान की इसी लाइलाज बीमारी का इलाज शुरू किया है| बीती 22 अप्रैल को पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हमला पाक सेना और आतंकियों की साझा साजिश थी| इस हमले में देश भर के 26 नागरिक मारे गए| ये सभी अपने ही देश के स्वर्ग कश्मीर को देखने गए थे| पाक ने भारत पर न तो पहला आतंकी हमला किया था न ही आखिरी होगा| इससे पहले देश ने कश्मीर के मूल निवासियों के खिलाफ आतंकी युद्ध देखा| अस्सी के दशक के अंत में आतंकियों ने धर्म पूछकर कश्मीरी पंडितों को मार डाला| हजारों लोगों को अपना घर छोडकर रातों- रातों अपने ही देश के दूसरे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी| पहलगाम में धर्म पूछकर बेगुनाहों को मारा गया| इससे पहले भारत की संसद पर हमला किया गया| दिल्ली लहूलुहान की गई| मुंबई पर दिये गए 26/ 11 आतंकी हमले के घाव आज तक नहीं भरे हैं| पुलावामा सैनिकों पर हुए हमलों से दहल गया| ये सिलसिला अंतहीन हैं| सैन्य शक्ति में हारने के बाद पाकिस्तान ने भारत पर आतंकी युद्ध रचे| साथ ही देश के अंदर ज्योति मल्होत्रा जैसे सर्पों को दूध पिलाकर भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया| हर बार देश की एकता अखंडता और संप्रभुता को चुनौती दी गई|
पर, ये नया भारत है| जो गोली का जवाब गोले से देता है| ये उसी भाषा में सबक सिखाता है जिस भाषा में सामने वाले को समझ में आता है| नागपुर में संघ मुख्यालय पर हमले की साजिश रचने वाले लश्कर- ए- तैयबा के आतंकी रजाउल्ला की पाकिस्तान में ही हत्या कर दी| नेपाल में सक्रिय इस आंतकी ने भारत में सीआरपीएफ के कैंप समेत कई हमले कराए थे| उसका अंत आतंक के गढ़ में ही गया| ये तो शुरुआत भर है| पाकिस्तान में पनाह लेने वाले आतंकियों के बीच वजूद बचाए रखने के लिए लड़ाई शुरू हो गई है| आतंक के आका अपने ही बुने जाल में फंस चुके हैं| सेना में दो फाड़ हो चुके हैं| पाकिस्तान के अलग- अलग क्षेत्र अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं| ये पाकिस्तान की आतंकी नीति का परिणाम है| जिसमें वो जल रहा है|
भारत एक जिम्मेदार संप्रभु राष्ट्र है| जो अपना हर कदम राष्ट्रहित और वैश्विक हित को ध्यान में रखकर उठाता है| ‘वसुधेव कुटुंबकम’ हमारा मूल मंत्र है| इसी कारण भारत ने प्रत्येक आतंकी हमले के बाद धैर्य का परिचय दिया| कूटनीतिक तरीके से पाकिस्तान को जवाब दिया| लेकिन वर्ष 2014 में देश की सत्ता में परिवर्तन के बाद भारत ने भी आतंक के खिलाफ अपनी नीति बदल दी है| उरी और पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक ने समूचे विश्व ने बदलते भारत की नई नीति देखी थी| पर पाकिस्तान ने तबाह होने का रास्ता ही चुना| इसी कारण एकबार फिर पाक के आतंकियों ने सेना और आईएसआई के साथ मिलकर पहलगाम हमले की साजिश रची| भारत कि बेटियों का सिंदूर मिटाने का दुस्साहस किया| इस बार भारत ने धैर्य की जगह शक्ति और शौर्य के प्रदर्शन का फैसला लिया| पीएम मोदी ने ऐलान किया कि आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा| ऐलान किया कि ‘शठे शाठ्यम समाचरेत’ भी हमारा ही मंत्र है| पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब देने का फैसला लिया गया| फिर सात मई को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर| भारत के इस ऑपरेशन ने न सिर्फ आतंकियों के ठिकाने नेस्तनाबूत कर दिये| हाफ़िज़ सईद और अज़हर मसूद जैसे आतंक के आकाओं की जड़ें हिला दी| मुख्य साजिशकर्ता पाकिस्तान के सेना प्रमुख को घंटों तक बंकर में छिपने पर मजबूर कर दिया| लाहौर, रावलपिंडी से लेकर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद ने भारत की ताकत देखी| उनके सैन्य ठिकाने ध्वस्त हो गए| पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने किराना हिल्स को लेकर दुनियाँ भर में कानाफूसी हो रही है| पाकिस्तान ने हमारी ब्रह्मोस मिसाइल का जलवा देखा| हमारे अभेद्य एयर डिफेंस सिस्टम की शक्ति महसूस की| चीन और तुर्की के ड्रोन व अन्य हथियारों की दुर्दशा देखी| अमेरिका और यूरोप के समाचार पत्र भारत की सैन्य शक्ति का गुणगान कर रहे हैं| ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान में गहरा गई आतंक की जड़ों पर हमला है| केंद्र की मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन अभी रुका नहीं है| रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान प्रोबेशन पर है| उसकी हर गतिविधि पर भारत की नजर है| पाकिस्तान का एक भी गलत कदम भारत के खिलाफ हमला माना जाएगा| और अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को अपना अस्तित्व बचाना मुश्किल हो जाएगा| ये नया भारत है| पाकिस्तान को ये स्वीकार कर आतंकी नीति को छोडना ही होगा| तभी पाकिस्तान बच पाएगा वरना आने वाले समय में बलूचिस्तान समेत कई टुकड़े तो दिखेंगे लेकिन पाकिस्तान इतिहास बन जाएगा|