नई दिल्ली : दिल्ली में 27 साल के बाद आखिरकार भाजपा की सरकार बन गई है| मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अगुवाई छह सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ले ली है| हालांकि, रेखा गुप्ता पहली ऐसी नेता नहीं है, जिनको बीजेपी ने पहली बार विधायक बनते ही सत्ता की कमान सौंप दी हो| इस फेहरिस्त में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं के नाम जुड़े हैं| इससे पहले लिस्ट में हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर से लेकर त्रिपुरा के सीएम रहे बिप्लव कुमार देब के नाम भी दर्ज है| इसके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी किस्मत के धनी थे, जो पहली बार विधायक बनने के साथ ही सत्ता के सिंहासन पर विराजमान हुए हैं| अगर हम दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बात करें तो उन्होने एबीवीपी से अपनी राजनीति शुरू की और डीयू की छात्र संघ महासचिव व अध्यक्ष रहीं| इसके अलावा तीन बार एमसीडी की पार्षद रहीं| शालीमार बाग सीट से 2015 और 2020 में विधानसभा चुनाव लड़ी, लेकिन जीत नहीं सकी| 2025 में बीजेपी ने अपने तमाम उन नेताओं के टिकट काट दिए थे, जो लगातार दो बार चुनाव हार चुके थे| रेखा गुप्ता को बीजेपी ने तीसरा मौका चुनाव लड़ने का दिया| इस बार पार्टी की उम्मीदों पर खरी उतरीं और विधायक बनी तो उनकी किस्मत के सितारे भी बुलंद हो गए| बीजेपी ने उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाकर बड़ा सियासी संदेश दिया है| हालांकि नए मुख्यमंत्री के सामने कई गम्न्भिर चुनौतियाँ हैं| दिल्ली की जनता उम्मीद भरी नजरों से भाजपा सरकार की ओर देख रही है| वायु प्रदूषण, यमुना की सफाई, साफ पीने का पानी, सीवरेज, सफाई व्यवस्था, महिला सम्मान निधि ये ऐसे प्राथमिक मुद्दे हैं जिस पर जनता तुरंत राहत मांग रही है| इसके अलावा दिल्ली को विश्व स्तरीय राजधानी बनाना भाजपा सरकार का संकल्प है| रेखा सरकार ने पहली बैठक में ही संकल्पों को पूरा करने के संकेत दिये हैं| मोदी सरकार की आयुष्मान योजना दिल्ली में भी लागू कर दी गई है|
दिल्ली में रेखा सरकार, सामने चुनौतियाँ अपार
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