Friday, October 18, 2024
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भारत  टॉप थ्री 5जी इकोसिस्टम में शामिल, अब 6 जी की तैयारी

भारत और अमेरिका मिलकर बनाएँगे टेक्नोलाजी

दूरसंचार क्षेत्र उच्च तकनीकी और निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है। इसने वायर-लाइन से लेकर मोबाइल सेवाओं तक का परिवर्तन देखा है, जो लोगों की जीवन रेखा बन गया है। मोबाइल सेवाओं में भी 2जी से 3जी, 4जी से 5जी में परिवर्तन देखा गया है और अब 6जी युग की दहलीज पर खड़ा है।

सार्वभौमिक और किफायती कनेक्टिविटी के  प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने, स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने, दूरसंचार और सेमीकंडक्टर विनिर्माण इको सिस्टम विकसित करने, 6जी प्रौद्योगिकी का नेतृत्व करने में, आज केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने मिलकर कई घोषणा की,

इस अवसर पर अपने संबोधन में संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान ने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान पर है और दूरसंचार क्षेत्र भारत में सबसे उज्ज्वल क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि  विभिन्न नागरिक और उद्योग केंद्रित सुधारों के कारण 42 दिनों के रिकॉर्ड समय में 1.5 लाख करोड़ से अधिक की पारदर्शी स्पेक्ट्रम नीलामी और 9 महीनों में 2.70 लाख 5जी साइटों की नीलामी हुई है, जो दुनिया में सबसे तेजी से क्रियान्वित में से है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं के प्रयासों की सराहना की और सभी हितधारकों के योगदान को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने 4जी और 5जी प्रौद्योगिकी के स्वदेशी डिजाइन को विकसित किया और उल्लेख किया कि भारत 6जी अलायंस  के साथ भारत अब 6जी प्रौद्योगिकी में भी नेतृत्व करेगा।

सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय संचार, रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, पिछले नौ वर्षों में सुधारों की विभिन्न श्रृंखलाएँ लागू की गईं, जिनमें संरचनात्मक, प्रक्रियात्मक सुधार और राहत उपाय शामिल हैं। दूरसंचार क्षेत्र के लिए कई कदम उठाए गए हैं जिससे दूरसंचार क्षेत्र एक उभरते हुए क्षेत्र के रूप में परिवर्तित हो गया है। उन्होंने कहा कि विश्व प्रौद्योगिकी के उस रास्ते पर चल रहा है जिसका अनुसरण भारत कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में डेटा की कीमत 2014 में 300 रुपये/जीबी से घटाकर 2023 में 10 रुपये/जीबी रह गई है| मार्ग के अधिकार (राइट ऑफ़ वे) की अनुमति में 230 दिन लगते थे, जिसे घटाकर 9 दिन कर दिया गया है| बीटीएस साइट्स को 4 गुना बढ़ाकर 25 लाख कर दिया गया है टेलीकॉम सेक्टर में एफडीआई बढ़कर 24 अरब डॉलर हो गई है| 5G में, भारत के दूरसंचार उद्योग ने 2.25 लाख करोड़ से अधिक का निवेश किया है| टीएसपी को नीलामी के बाद स्पेक्ट्रम का आवंटन 24 घंटे में किया गया| बीएसएनएल एक बाजार स्थिरक बन गया है और अब परिचालन लाभ कमा रहा है| भारत अमेरिका समेत 12 देशों को टेक्नोलॉजी निर्यात कर रहा है| 4जी फ़ुटप्रिंट अब 99 प्रतिशत है और शेष 38,000 करोड़ रुपये 100 प्रतिशत कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए लगाए गए हैं| लगभग 1 टावर प्रति मिनट की दर से 2.7 लाख से अधिक 5जी टावर स्थापित किए गए हैं, जिससे भारत दुनिया के शीर्ष तीन 5जी इकोसिस्टम में शामिल हो गया है| जापान ने भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली पर भारत के साथ गठबंधन किया है| ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 1.5 लाख ब्रॉडबैंड कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं|  पीएलआई के तहत टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग में 1,600 करोड़ से ज्यादा का निवेश हुआ है| 6जी तकनीक में 200 से अधिक पेटेंट|

उन्होंने कहा, माननीय प्रधानमंत्री की संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा के परिणामस्वरूप, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका प्रौद्योगिकी का सह-सृजन करेंगे और यह परिवर्तन विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने सेमीकंडक्टर मिशन के बारे में भी उल्लेख किया जिसमें माइक्रोन टेक्नोलॉजी के लिए भूमि अनुमोदन और परियोजना अनुमोदन घोषणा के दो सप्ताह के भीतर किया गया है और पहली चिप विनिर्माण इकाई के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह अगले 40-45 दिनों में किया जाएगा। चिप डिजाइन के लिए पांच (5) डिजाइन कंपनियों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से दो टेलीकॉम सेक्टर में काम करेंगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत शून्य विलंबता के साथ एडवांस ऑप्टिकल संचार विकसित कर रहा है जो टेलीमेडिकल और टेलीसर्जरी जैसे क्षेत्रों में मदद करेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत 6जी अलायंस भारत को 6जी टेक्नोलॉजी और आईपीआर में अग्रणी बनाने में मदद करेगा।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अमृत ​​काल के नए चरण में जन अनुसंधान को जोड़ने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान के अनुरूप, भारत सरकार स्टार्टअप्स, उद्योग, शिक्षा, अनुसंधान एवं विकास संस्थानों के सहयोग से देश भर में डिजिटल और मोबाइल समावेशिता सुनिश्चित करने और अंतिम छोर तक डिजिटल क्रांति और मोबाइल और डिजिटल सेवाओं के तेजी से प्रसार के माध्यम से आम नागरिक को सशक्त बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है।

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