Sunday, September 8, 2024
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मुनाल पूर्वांचल उत्तरांचल कला उत्सव में भोजपुर के रंग

लखनऊ एक्सपो के तहत कथा मैदान आशियाना में न्यू कानपुर यूथ क्लब के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है. सांस्कृतिक मंच का सातवां दिन भोजपुरी के सुप्रसिद्ध लोक गायक बालेश्वर को समर्पित किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध कवित्री रेखा रावत बोरा व यश भारती लोक गायिका ऋचा जोशी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मेला संयोजक मुनालश्री विक्रम बिष्ट ने 1978 से बालेश्वर जी के साथ बिताए लम्हों को याद किया उनकी गायकी का अंदाज आज भी लोग याद करते हैं और गाते हैं कई मंचों पर हमारे साथ उन्होंने कार्यक्रम प्रस्तुत किया इस अवसर पर भोजपुरी लोक गायक ओम प्रकाश राव के साथ यशभारती ऋचा जोशी जी ने भी भोजपुरी गीतों को अंजाम दिया.

इसके साथ ही आंचल समाज उत्थान सेवा समिति के कलाकारों ने प्रसिद्ध नृत्यांगना आरती शुक्ला दीक्षित के संयोजन व निर्देशन में कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु राम के बाद मां जग जननी ,गणेश स्तुति, शिव श्लोक में अंशिका शुक्ला , तनु प्रिया दुबेदी, कशिश,  श्रीजल के साथ पूनम पांडे आदि ने गत भाव, कृष्णा गीत आदि मैं अपने नृत्य प्रस्तुति को सफल ढंग से मंच पर प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दीया मां दुर्गा का जीवन पर नृत्य नाटिका का मंचन सुश्री रीना श्रीवास्तव के निर्देशन मेंप्रेस विज्ञप्ति 19 नवंबर लखनऊ एक्सपो के तहत मुनाल पूर्वांचल उत्तरांचल कला उत्सव कथा मैदान आशियाना आयोजित किया जा रहा है सांस्कृतिक मंच का सातवां दिन भोजपुरी के सुप्रसिद्ध लोक गायक बालेश्वर को समर्पित किया गया इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध कवित्री रेखा रावत बोरा व यश भारती लोक गायिका ऋचा जोशी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया मेला संयोजक मुनालश्री विक्रम बिष्ट ने 1978 से बालेश्वर जी के साथ बिताए लम्हों को याद किया उनकी गायकी का अंदाज आज भी लोग याद करते हैं और गाते हैं कई मंचों पर हमारे साथ उन्होंने कार्यक्रम प्रस्तुत किया इस अवसर पर भोजपुरी लोक गायक ओम प्रकाश राव के साथ यशभारती ऋचा जोशी जी ने भी भोजपुरी गीतों को अंजाम दिया

इसके साथ ही आंचल समाज उत्थान सेवा समिति के कलाकारों ने प्रसिद्ध नृत्यांगना आरती शुक्ला दीक्षित के संयोजन व निर्देशन में कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु राम के बाद मां जग जननी ,गणेश स्तुति, शिव श्लोक में अंशिका शुक्ला , तनु प्रिया दुबेदी, कशिश,  श्रीजल के साथ पूनम पांडे आदि ने गत भाव, कृष्णा गीत आदि मैं अपने नृत्य प्रस्तुति को सफल ढंग से मंच पर प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दीया

 मां दुर्गा के चरित्र को नृत्य नाटिका के रूप में उनके विभिन्न रूपों को नृत्य डांस अकैडमी इंदिरा नगर के कलाकारों ने सुश्री रीना श्रीवास्तव के निर्देशन में दीया सुहानी शर्मा, कामना अग्रवाल, कृति खरबंदा, पूर्वी ,आन्या नायक , ऐश्वर्या, स्मिता सिंह, इपसिता सिंह, प्रज्ञा शर्मा आदि ने महिषासुर मर्दिनी सरस्वती लक्ष्मी और काली स्तुति शास्त्रीय नृत्य में भरतनाट्यम और कथक को मिलाकर फ्यूजन डांडिया नृत्य के तहत बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया

लोक गायन में परंपरागत तरीके से पारंपरिक लोकगीतों का समावेश रहा संगतकार ऑर्गन- ओंकार सिंह , ढोलक -रमेश, बांसुरी -किशोर श्रीवास्तव, साइड रिदम- दिनेश, पैड- श्री चौरसिया आदि ने गायक कलाकारों का बखूबी साथ दिया.

अवधी लोक संस्कृति की सांस्कृतिक संध्या

मुनाल उत्तरांचल पूर्वांचल कला उत्सव के तहत आज अवधी पारंपरिक लोक संस्कृति की सांस्कृतिक संध्या इतिहासकार डॉक्टर योगेश प्रवीन को समर्पित की गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व कुलपति भातखंडे संगीत संस्थान डॉ पूर्णिमा पांडे जी वआर्यकुल शैक्षिक संस्थान के प्रबंध निदेशक श्री शक्ति सिंह ने दीप प्रज्वलन करके सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन किया मुनालश्री विक्रम बिष्ट ने डॉ योगेश प्रवीण को याद करते हुए उनके साथ बिताए हुए लम्हों को साझा किया उनके लिखें पारंपरिक कई अवधी गीतों में नृत्य प्रस्तुति भी दी गई कार्यक्रम का शुभारंभ सीता स्वयंवर तमिल वर्जन में बाल कलाकार गिन्नी सहगल द्वारा प्रस्तुत किया गया अवध के लोकगीतों में सुप्रसिद्ध लोक गायिका यश भारती सुश्री ऋचा जोशी ने अवधी लोकगीतों की पारंपरिक महत्वता बताते हुए नकटा, झूला, कजरी, बन्ना, बन्नी, बधाई ,सोहर जैसे कई लॉक गीतों को प्रस्तुत किया प्रमुख रूप से अवध की संस्कृति में गणपति वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत जिसके बोल – अरे गणपति सुमिरो री विघ्न सब दूर करें से किया बधाई गीत -आज तो बधाई बाजे रंग महल में,सोहर गीत- सिया रानी ने जाए दुई ललनवा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत -एहो जन्मी है बिटिया हमार सहेलियां मंगल गाओ, चैती गीत- जन्मे अवध रघुराई हो रामा, कजरी -हरे रामा सावन झमाझम बरसे, व श्री राम भक्त हनुमान के लिए गीत -श्री राम की गली में तुम आना वहां नाचते मिलेंगे हनुमाना,मंडप गीत हरे बांस मंडप छाए लोक गायक ऋचा जोशी के संगीत संयोजन और निर्देशन मैं श्रृंगारिका कुकरेती व साधना मिश्रा ने भी सहयोग किया अवधी साहित्य के विशेषज्ञ डॉक्टर अनिल त्रिपाठी ने अपने गीतों की प्रस्तुति में प्रमुख रूप से प्रस्तुत किया इसके साथ  कानपुर से आई कलाकार कल्पना सक्सेना ने बहुत ही खूबसूरत ढंग से साथ दिया वाद्य यंत्रों के संगत मैं ऑर्गन -निर्मल पाल, ढोलक- नरेंद्र सिंह टीटू, तबला -सत्यम शिवम सुंदरम,  हारमोनियम -अनिल त्रिपाठी, साइड रिदम -श्री चौरसिया आदि ने साथ दिया, फिल्म अभिनेता व मिक्री कलाकार सलीम खान ने भी कई दिग्गज अभिनेताओं की आवाज निकाल कर पुराने फिल्मी अभिनेताओं की याद दिला दी.

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