ब्रिटेन के 14 प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुकी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 साल की उम्र में निधन हो गया.। महारानी ने करीब सात दशक से ज्यादा समय तक राज किया। वहीं दुनियाँ की हर बड़ी घटना की गवाह बनीं! उनको भारत पर राज करने वाली ब्रिटेन की महारानी के तौर पर जाना जाता है!
एक ऐसी महारानी जो मरते दम तक महारानी ही रहीं । अपनी मृत्यु के एक दिन पहले ही उन्होने ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस से मुलाकात की थी! वह पीएम लिज से हाथ मिलाते और मुस्कुराते भी दिखी थीं लेकिन इसके बाद अचानक उनका निधन हो गया !
महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय 21 अप्रैल 1926 को पैदा हुई थीं। तब उनके दादा दादा जॉर्ज़ पंचम के शासन हुआ करता था। उनके पिता एल्बर्ट, जो बाद में जार्ज छठे के तौर पर जाने ग। वह जार्ज पंचम के दूसरे बेटे थे। उनकी मां एलिज़ाबेथ यॉर्क की डचेज़ थी। यही बाद में एलिजाबेथ के नाम से जानी गई. तभी महारानी को एलिज़ाबेथ द्वितीय के तौर पर जाना गया। अपने शासन काल में वह बड़ी-बड़ी मुश्किलों से भी नहीं घबराईं। पीएम मॉर्गेट थेचर से उनकी कई मामलों पर नहीं बनी लेकिन तब भी उन्होंने सत्ता चलाई। जब साल 1966 में साउथ वेल्स एबरफन कोल माइन में लैंडस्लाइड हुआ। इसमे 100 से ज्यादा बच्चे मौत के मुंह में समा गए। तब उन्होंने वहां का दौरा टाला लेकिन उन्हें इसके लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वह इस हादसे के कुछ दिनों बाद वहां पहुंची। बहन राजकुमारी मॉर्गेट के तलाकशुदा से शादी करने पर उन्होंने लगभग एक साल तक इस फैसले को टाल रखा था।
ब्रिटेन के शाही परिवार में प्रिंस चार्ल्स और डायना की शादी और फिर डायना की मौत के बाद उन्हें केवल ब्रिटेन में ही नहीं दुनिया की आलोचनाओं को सहना पड़ा। वहीं दुनियाभर के सैकड़ों नेताओं उनके शांत स्वभाव के कायल थे। इसीलिए अब उनके निधन पर दुनियाभर के नेता उन्हें याद कर रहे हैं और दुख जता रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और संयुक्त राष्ट्र के चीफ तक ने उनके निधन पर शोक जताया है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख जताया. इस मौके पर पीएम मोदी ने क्वीन के साथ बिताए अपने पलों को याद किया. पीएम मोदी ने साल 2015 और 2018 में ब्रिटेन का दौरा किया था. तब उन्हें क्वीन एलिजाबेथ ने वो रुमाल दिखाया था जो महात्मा गांधी ने उनकी शादी पर दिया था. पीएम मोदी ने लिखा कि, “मैं उनकी उदारता और गर्मजोशी को भूल नहीं सकता हूं. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं ब्रिटेन के लोगों के साथ हैं। ”