Sunday, September 8, 2024
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आईआईएमसी के बिना पत्रकारिता का इतिहास अधूरा

लखनऊ : आईआईएमसी एलुमनी के यूपी चैप्टर का कनेक्शन मीट पत्रकारिता का स्वरूप बदल सकता है लेकिन उसकी आत्मा नहीं| भारतीय पत्रकारिता का इतिहास आईआईएमसी के बिना नहीं लिखा जाएगा| यह बात भारतीय जन संचार संस्थान एलुमनी एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश की वार्षिक बैठक में मुख्य अतिथि आईआईएमसी के महानिदेशक प्रोफ़ेसर डॉ संजय द्वेवेदी ने कही| उन्होंने कहा कि संस्थान देश भर में पत्रकारिता के पाठ्क्रम को संचालित करने के लिए लगातार सेंटर खोल रहा है| जम्मू- कश्मीर, अमरावती और आइजोल में डिजिटल और हिंदी पत्रकारिता की पढाई शुरू होना उम्मीद से भरा है|

विशिष्ट अतिथि आरपीएफ के आईजी संतोष कुमार दुबे ने संस्थान की पढाई को जीवन में सफलता का मन्त्र बताया| यूपी चैप्टर के अध्यक्ष मनेन्द्र मिश्रा मशाल ने वर्ष भर की गतिविधयों की जानकारी देते हुए आभार जताया|

इस मौके पर डीआईजी होमगार्ड संजीव शुक्ला, हिंदुस्तान के पूर्व स्थानीय सम्पादक नसीरुद्दीन हैदर, वरिष्ठ पत्रकार संतोष बाल्मीकि, अर्चना सिंह, तरुण निशांत, मनीष शुक्ल, पंचानन मिश्र, इम्तियाज अहमद,  मो. तौसिफ, राघवेन्द्र शुक्ला, शुभी चंचल, सचिन यादव, प्रियंका सिंह, राशि लाल, डॉ अंकित कश्यप आदि मौजूद रहे कार्यक्रम का संचालन रितेश वर्मा ने किया|

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