Monday, September 16, 2024
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हिंदी- नेपाली साहित्य को सशक्त करने को घोषणा पत्र जारी

तीन दिवसीय नेपाल भारत साहित्य महोत्सव विराटनगर घोषणा पत्र के साथ संपन्न ।

विराट नगर, नेपाल| राम जानकी सेवा सदन में महानगर पालिका बिराटनगर नेपाल और क्रांतिधरा साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय नेपाल भारत साहित्य महोत्सव का समापन साहित्य घोषणा पत्र के समापन के साथ हो गया| इस मौके पर दोनों देशों से जुड़े साहित्यकारों ने हिंदी- नेपाली को सशक्त करने का संकल्प लिया|

क्रांतिधरा साहित्य अकादमी के संयोजक डॉ विजय पंडित ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव के पहले दिन मुख्य अतिथि कोसी प्रदेश के पूर्व प्रदेश प्रमुख डा गोविंद सुब्बा रहे| अध्यक्ष के रूप में विराटनगर महानगर पालिका के मेयर नागेश कोईराला और विशिष्ट अतिथि के रूप में दधिराज सुबेदी, विवश पोखरेल, गंगा सुबेदी , डा बलराम उपाध्याय, विभारानी श्रीवास्तव, जनार्दन अधिकारी धडकन, डा देवी पंथी रहे सत्र संचालन डा देवी पंथी और गोकुल अधिकारी द्वारा किया गया।

द्वितीय सत्र नेपाल भारत साहित्यिक, सांस्कृतिक, आधयात्मिक व ऐतिहासिक संबंधी परिचर्चा रही।

तृतीय सत्र लघुकथा को समर्पित रहा जिसका संचालन डा पुष्कर राज भट्ट ने किया और विभारानी श्रीवास्तव, नीता चौधरी, सीमा वर्णिका, राजेन्द्र पुरोहित आदि ने लघुकथा वाचन के साथ विधा पर विमर्श किया।

प्रथम दिन का चतुर्थ सत्र बहुभाषी कवि सम्मेलन का रहा जिसमें भारत से और नेपाल के सभी प्रदेशों से पधारे हुए अतिथियों ने कविता पाठ किया संचालन Paudel Bmuns द्वारा किया गया ।

द्वितीय दिवस मे प्रथम सत्र पुस्तक विमोचन व पुस्तक  समीक्षा सत्र रहा जिसमें ममता शर्मा अंचल, लक्ष्मी कांत शर्मा, अंबिका खरेल उप्रेती की पुस्तकों का विमोचन किया गया।

द्वितीय सत्र साक्षात्कार सत्र और तृतीय सत्र मुशायरा / चारू वाचन को समर्पित रहा।

तृतीय दिवस में प्रथम सत्र साहित्य मे अनुवाद एक विमर्श परिचर्चा हुई जिसका संचालन डा विजय पंडित ने किया और वक्ता के रूप मे डा घनश्याम परिश्रमी, राजेन्द्र गुरागांई, विभारानी श्रीवास्तव, राजेन्द्र पुरोहित, डा पुष्करराज भट्ट रहे अपने विचार रखने के साथ साथ दर्शक दीर्घा मे बैठे लोगों के साहित्य मे अनुवाद संबंधित प्रश्नों का उत्तर भी दिया।

विराटनगर घोषणा पत्र सभी के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिसमें डा विजय पंडित, डा देवी पंथी, ममता शर्मा अंचल, विभारानी, ओंकार शर्मा कश्यप, हेमलता शर्मा, डा अंजनी कुमार सुमन शामिल रहे।

जयपुर, राजस्थान से पधारे राव शिवराज सिंह ने  शोधपत्र वाचन किया ।

राव शिवराज सिंह के शोधपत्र वाचन के साथ समापन समारोह आयोजित किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बिराटनगर महानगर पालिका के मेयर नागेश कोईराला रहे और विशिष्ट अतिथियों में  गंगा सुबेदी, दधिराज सुबेदी, कार्यक्रम अध्यक्ष विवश पोखरेल जी रहे, मिन कुमार नवोदित, हेमलता शर्मा इंदौर, डा बलराम उपाध्याय रेगमी पोखरा, डा घनश्याम परिश्रमी, अभय श्रेष्ठ, गोकुल अधिकारी, चिराग गोस्वामी उत्तर प्रदेश, ओंकार शर्मा कश्यप बिहार और विष्णु भंडारी असम और सिक्किम से राधा पांडे, राजस्थान से ममता शर्मा अंचल, डा निशा अग्रवाल रहे।

छत्तीसगढ़ से अर्चना तिर्की और कोमल प्रसाद राठौर, झारखंड से नीता चौधरी, प्रीति सैनी, तनुश्री लेंका, भागलपुर से डा अंजनी कुमार सुमन, देहरादून से हरीश रवि, दिल्ली से इंदुमती सरकार, प्रयागराज से अर्पणा आर्या और अशोक श्रीवास्तव कुमुद, कानपुर से सीमा वर्णिका, हरियाणा से डा त्रिलोक चंद फतेहपुरी और सुरेश कुमार सुलोदिया , जोधपुर से राजेन्द्र पुरोहित, पटना से विभारानी, नूतन सिन्हा, पूनम कतरियार, प्रेमलता सिंह राजपूत, रंजना सिंह, मीरा प्रकाश, कमल किशोर वर्मा और इंदौर से शीतल शैलेन्द्र सिंह राघव देवयानी, नागपुर से रीमा दिवान चड्ढा, राजस्थान से डा दिनेश व्यास ललकार, राजकुमार जैन राजन, मध्य प्रदेश से रमा निगम, ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश, बिहार से अकेला भाई, डा जयप्रकाश नागला महाराष्ट्र सहित उत्तर पूर्व राज्य असम से हेमप्रभा हजारिका, रूनुदेवी बरूआ, लक्ष्मी कांत शर्मा , अरूणाचल प्रदेश से विष्णु भंडारी, सिक्किम से दुर्गा प्रसाद ढकाल, मनमाया गुरूंग, छविलाल ओझा, पंडित केशव खनाल, चक्रपाणि भट्टराई, टोमखदेवी पौडयाल, अनीता गुरुंग जैसे जाने माने साहित्यिक व सामाजिक विभूतियों की सहभागिता रही।

समापन सत्र के मुख्य अतिथि महानगर पालिका के मेयर नागेश कोईराला ने अपने उद्बोधन में दोनों देशों की साझा संस्कृति, कला व साहित्य  को आगे बढाने के लिए भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया और सभी अतिथियों को सम्मानित भी  किया ।

तीन दिवसीय नेपाल भारत साहित्य महोत्सव में संयोजक के रूप में चारू साहित्य प्रतिष्ठान के अध्यक्ष डा देवी पंथी और सह संयोजक के रूप में वरिष्ठ पत्रकार वरूण मिश्रा व माला मिश्रा रहे।

तीन दिवसीय नेपाल भारत साहित्य महोत्सव के आयोजक (डा विजय पंडित) ने आयोजन के सलाहकार व मार्गदर्शक Ganesh Lath गणेश लाठ जी व दीपक अग्रवाल जी सहित अन्य सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए  कहा कि साहित्य समाज का दर्पण के साथ एक दीपक का भी काम करता है जो समाज को एक नई दिशा दिखलाता है और हम साहित्यिक महोत्सव के माध्यम से नेपाल और भारत के मध्य एक साहित्यिक सेतु का निर्माण कर रहे हैं वसुद्धैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ हम दोनों देशों के बीच प्रेम, सद्भाव, एकता, परस्पर सहयोग व साहित्य के दायरे का विस्तार करने के साथ वरिष्ठ साहित्यकारों के सानिध्य में नवोदित व गुमनाम कलमकारों को एक अंतरराष्ट्रीय मंच उपलब्ध करा रहे हैं ।

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