डॉ. जितेंद्र सिंह ने बिलावर में नि:शुल्क टेलीमेडिसिन स्टार्टअप मोबाइल कैंप “डॉक्टर ऑन व्हील्स” का उद्घाटन किया, जम्मू-कश्मीर में यह पहला कैंप है
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में, भारत ने पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म (कोविन) के माध्यम से 220 करोड़ कोविड वैक्सीन की खुराक देकर दुनिया को हैरान कर दिया था, जिसकी कल्पना भी विकसित पश्चिमी देशों द्वारा नहीं की गई थी।
डॉ. जितेंद्र सिंह बिलावर के ब्लॉक मंडली में नि:शुल्क टेलीमेडिसिन स्टार्टअप मोबाइल कैंप “डॉक्टर ऑन व्हील्स” का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह से गैर-सरकारी स्रोतों से प्रदान की जा रही पहली मोबाइल टेलीमेडिसिन सेवा का यह तीसरा चरण है। पहले चरण में जिला डोडा के दूरस्थ गंडोह में 60 से अधिक गांवों को शामिल किया गया और दूसरे चरण में जिला कठुआ में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे दूर-दराज के गांवों को शामिल किया गया, जो इससे पहले पर्याप्त चिकित्सा सेवाओं से वंचित थे।
मंत्री महोदय ने कहा कि बिलावर के मंडली में आज नि:शुल्क टेलीमेडिसिन मोबाइल शिविर क्रमशः उत्तर भारत और दक्षिण भारत से संबंधित दो स्टार्टअप समूहों द्वारा चलाया जा रहा है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज बिलावर में नि:शुल्क टेलीमेडिसिन सुविधा ‘पहुंच, उपलब्धता और सामर्थ्य’ की समस्याओं को दूर करेगी। उन्होंने कहा कि सेवाओं की गुणवत्ता, डॉक्टरों और सहायता, यात्रा की दूरी और परामर्श/उपचार की लागत जैसी सभी तीन बाधाओं को इस सुविधा के माध्यम से लक्षित और कुशलता से हल किया जाता है। डॉ. सिंह ने कहा कि आमतौर पर एक शहरी अस्पताल में एक मरीज पर पचास हजार से अधिक खर्च आएगा और इसमें दो से तीन सप्ताह का समय लग सकता है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस प्रकार के नि:शुल्क टेलीमेडिसिन मोबाइल शिविर से विशेष रूप से कमजोर सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले लोगों की सभी समस्याओं का समाधान होगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने जोर देते हुए कि भारत आज तकनीकी रूप से दुनिया के सबसे विकसित देशों के बराबर है, इस बात पर बल देकर कहा कि आज प्रदान की जाने वाली ऐसी टेलीमेडिसिन सेवाएं दुनिया में कहीं भी प्रदान की जाने वाली सेवाओं के बराबर हैं और टेलीमेडिसिन सेवाओं का उपयोग कर भविष्य में उन्नत रोबोटिक सर्जरी भी भारत में की जाएंगी। ।