Sunday, November 24, 2024
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मंगल ही नहीं ज्येष्ठ माह के शनिवार को भंडारे की महत्ता

यूं तो संकट मोचन हनुमान की पूजा मंगलवार के दिन की जाती है। पर ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार का अलग ही महत्व है। इसको बड़ा मंगल कहा जाता है। इस दिन लोग भंडारा करते हैं। अत्यधिक गर्मी के कारण लोग प्याऊ लगवाते हैं। जगह-जगह चौराहे पर पंडाल लगाकर लोग पानी पिलाते हैं, भंडारा करते हैं। जेठ के महीने में हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए लोग शनिवार को भी भंडारा करते हैं।

इसी क्रम लखनऊ के आरडीएसओ के पास शर्मा मार्केट में युवा भाजपा नेता दीपक शर्मा ने भंडारे का आयोजन किया। जिसमें वरिष्ठ व्यापारी नेता व पूर्व राज्य मंत्री संदीप बंसल ने भी प्रसाद वितरित किया। पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन प्रभु श्री राम और हनुमान जी की पहली मुलाकात हुई थी तो वहीं दूसरी कथा के मुताबिक महाभारत काल में एक बार गदाधारी भीम को अपनी शक्ति का घमंड हो गया था, तब हनुमान जी ने एक बुजुर्ग का रूप धारण करके उसे युद्ध में परास्त करके उसके घमंड को तोड़ा थाा, वो दिन जेठ का मंगल था। भीम को सबक सिखाने के लिए बजरंगबली ने बूढ़े का रूप धारण किया था इसलिए बड़े मंगल को ‘बुढ़वा मंगल’ भी कहते हैं।

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