बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकालकर चौंकाया
लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती अपने फैसलों को लेकर अकसर चर्चा में रहती हैं| ऐसे ही चौंकाने वाला फैसला लेते हुए उन्होने लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक अपने छोटे भाई आनंद के बेटे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया| जिससे सभी को लगा कि आने वाले समय में आकाश ही पार्टी की बागडोर संभालेंगे| लेकिन एक साल के भीतर ही बहन जी ने अपने भतीजे को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर सभी को फिर से चौंका दिया है|
आकाश आनंद अब बीएसपी से बाहर कर दिए गए हैं| वह कई सालों के मायावती के भतीजे के रूप में लोगों के बीच में जाने-पहचाने जाते थे लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ महीने पहले मायावती ने सभी को चौंकाते हुए 10 दिसंबर 2023 को आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था| उस समय वह पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक भी लेकिन अब उनको सभी पदों से हटा दिया गया है जिसके बाद आकाश आनंद ने कहा कि “मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का फैसला मेरे लिए निजी तौर पर भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है|” उनके इस बयान के बाद बहन मायावती ने उन्हें पार्टी से भी निष्कासित कर दिया|
बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि पार्टी ने कल अपने ससुर डॉक्टर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण आकाश आनंद को राष्ट्राय समन्वयक समेत सभी पदों से हटा दिया था. लेकिन उसने इस मामले में अपनी परिपक्वता नहीं दिखाई| वह आगे लिखती हैं कि इस मामले में आकाश ने अपनी लंबी-चौड़ी प्रतिक्रिया भी दी है जिसमें उनके पछतावे और राजनीतिक मैच्युरिटी की जगह उनके ससुर का स्वार्थी और अहंकारी असर दिखा| ऐसे में उन्हें उनके ससुर की तरह व्यवहार करने, पार्टी और आंदोलन के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है|