देश के अगले लोक सभा चुनाव के पहले मोदी सरकार के आखिरी पूर्ण बजट पर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां की निगाहें लगी हैं| संसद का बजट सत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुरू हो गया है| ऐसे में सरकार की आर्थिक नीति उम्मीदों के नए दरवाजे खोल सकती है|
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि पॉलिसी परालिसिस की चर्चा से बाहर आकर आज देश तेज विकास के लिए जाना जा रहा है| हम दुनिया की दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था से पांचवें नंबर पर पहुंचे हैं| राष्ट्रपति सीमा पर हो रही कार्रवाइयों का जिक्र करते हुए कहा, “सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LoC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है| “
राष्ट्रपति ने अभिभाषण में सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि “जल जीवन मिशन के तहत तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार Piped Water Supply से जुड़ चुके हैं. इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीब परिवारों को ही हो रहा है.”
राष्ट्रपति ने कहा, “जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है. बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है.” राष्ट्रपति ने कहा कि “पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था. आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है. आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है.” उन्होंने आगे कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है. जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली|