तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में अन्य धर्मों और उनके प्रतीकों के लिए खौफनाक हालात हो गए गए हैं। यहाँ तक कि अफगान सिखों ने अमेरिका समेत दुनियाँ के बड़े देशों से सुरक्षा कि गुहार लगाई है। हालांकि केवल भारत ही एकलौता देश है जिसने सिखों और पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की सम्मानजनक वापसी सुनिश्चित की है।दुशांबे से दिल्ली आए लोगों में 44 अफगान सिख शामिल हैं, जो काबुल से पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां भी अपने साथ लेकर पहुंचे हैं। इनके साथ 25 भारतीय नागरिक भी दिल्ली पहुंचे हैं, जो काबुल में फंसे हुए थे. सभी यात्रियों को एयर इंडिया के स्पेशल विमान के जरिए दुशांबे से दिल्ली लाया गया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी सिर पर ग्रंथ को रखकर एयरपोर्ट से बाहर लाए।
दिल्ली पहुंचने पर 2 केंद्रीय मंत्री उनका स्वागत किया. इसके अलावा भारत सरकार के अधिकारी, भारतीय जनता पार्टी और भारतीय विश्व मंच के सदस्य भी उनकी सहायता के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे. इसके साथ ही अफगान सिख नेता भी मौजूद रहे. इसके बाद तीनों श्री गुरु ग्रंथ साहिब को जुलूस के साथ दिल्ली के न्यू महावीर नगर स्थित गुरु अर्जन देव जी गुरुद्वारा ले जाया जाएगा। इस बीच सिख समुदाय का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे फ्लाइट के अंदर बैठने के बाद ‘जो बोले सो निहाल’ और ‘वाहे गुरुजी का खालसा-वाहे गुरुजी की फतह’ का नारा लगाते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शेयर किया है।