रूस के खिलाफ सबसे बड़ा विद्रोह फिलहाल टल गया है| पुतिन के कभी सबसे विश्वास पात्र रहे पीएमसी के नेता येवगेनी प्रिगोझिन ने विद्रोह को वापस ले लिया है| जिसके बाद वैगनर ग्रुप की निजी सैन्य कंपनी (पीएमसी) अपने ‘फील्ड कैंप’ में लौट रही है| स्थानीय लोग विद्रोही सैनिकों से हाथ मिलाकर उनको विदाई दे रहे हैं| वहीँ महज 12 घंटे में देश का सबसे बड़ा संकट हाल होने पर पुतिन का कद फिलहाल मजबूत हुआ है| हालांकि युक्रण से युद्ध के बीच आंतरिक बगावत ने भविष्य के लिए खतरे की घंटी बजा दी है|
मीडिया आरटी की रिपोर्ट के अनुसार, पीएमसी की इकाइयों ने रूस में विद्रोह कर दिया था दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में कई सैन्य और प्रशासनिक प्रतिष्ठानों पर नियंत्रण कर लिया था| इसके लड़ाके मॉस्को की ओर आगे बढ़ रहे थे. लेकिन अब पीएमसी ने विद्रोह समाप्त कर दिया है| रिपोर्ट के अनुसार, बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने पूरे मामले में समझौता कराया जिसमें वैगनर समूह के नेता येवगेनी प्रिगोझिन को उनके लड़ाकों के लिए सुरक्षा गारंटी दी गई| जिसके बाद निजी सैनिक अपने शिविरों में वापस लौटने लगे|