पंजाब के फिरोजपुर जिले में मुदकी के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला अचानक रुक गया। पीएम यहाँ से सड़क मार्ग से फिरोजपुर जनसभा के लिए जा रहे थे। जहां अचानक किसानों का प्रदर्शन शुरू होने से पीएम को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। पीएम की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर देश भर में हड़कंप है। आरोप प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं। पंजाब सरकार ने मामले की जांच के आदेशभी दे दिये हैं। तीन दिन में कमेटी रिपोर्ट दे देगी। इसके अलावा मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चला गया है। इस बीच बीकेयू नेता सुरजीत सिंह ने कुबुला है की उनके कार्यकर्ताओं ने जाम लगाकर पीएम का रास्ता रोका था। जिसकी जानकारी पंजाब पुलिस की तैनाती होने से मिली थी।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है पीएम की सुरक्षा में इतनी गंभीर चूक कैसे हो गई, वो भी बार्डर इलाके में, जहां हालात वर्ष भर संवेदनशील बने रहते हैं। फिरोजपुर जिले में मुदकी के पास जहां पीएम मोदी को रुकना पड़ा, वह अति संवेदनशील जोन है। यहां से भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की दूरी महज 30 किलोमीटर के आसपास ही है। यह वह क्षेत्र है जहां अक्सर टिफिन बम और अन्य विस्फोटक पदार्थ मिलते रहते हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पीएम मोदी का काफिला अति संवेदनशील इलाके में फंसा था।
पूरे मामले में भाजपा के शीर्ष नेता पंजाब सरकार से नाराज हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में लापरवाही गंभीर मामला है। इस तरह की घटना पूरी तरह अस्वीकार्य है। इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी। केंद्र ने पंजाब सरकार से इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उधर भारतीय किसान यूनियन (BKU) का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें प्रदर्शनकारी सड़क पर लगे पीएम मोदी का पोस्टर फाड़ते दिख रहे हैं। इसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या प्रदर्शनकारियों को पहले से पता था कि पीएम का काफिला कहां से गुजरने वाला है। मामला बेहद गंभीर और चेताने वाला है।