भारत में संसद के मानसून सत्र में अब तक केवल कथित रूप से नेताओं और मीडिया की जासूसी का मुद्दा ही गूंज रहा है। विपक्ष ने सरकार पर जासूसी का आरोप लगाते हुए अब तक संसद नहीं चलने दी है। आपको जानकार हैरानी होगी कि केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के 17 मीडिया संस्थानों ने मिलकर पेगासस प्रोजेक्ट का खुलासा किया है, जिसमे दावा किया गया है कि दुनियाभर के 50 हजार फोन को टैप किया गया है। भारत में भी 300 लोगों के फोन को टैप किए जाने का दावा किया गया है।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद भारत में सियासी पारा काफी बढ़ गया है और विपक्ष लगातार सरकार को इस मसले पर घेर रहा है और इसकी जांच की मांग कर रहा है। हालांकि भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से निराधार है और इसमे कोई तथ्य नहीं है। लेकिन अब पूरे मामले की इजराइल जांच करने की योजना बना रहा है।
बता दें कि पेगासस एनएसओ कंपनी का स्पाइवेयर है जिसका इस्तेमाल फोन को टैप करने के लिए किया जाता है। यह इजराइल की कंपनी है। कंपनी का दावा है कि हम यह स्पाइवेयर सिर्फ देश की सरकार को देते हैं जिसका इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए किया जाता है। लेकिन जिस तरह के सनसनीखेज आरोप लगे हैं उसके बाद माना जा रहा है कि इजराइल वरिष्ठ मंत्रियों की टीम का गठन इन आरोपों की जांच के लिए करने जा रहा है।