धरती में प्रलय के किस्से तो आपने बहुत से सुने होंगे लेकिन चंदा मामा की वजह से धरती पर प्रलय की आशंका पहली बार जताई गई है। महज नौ सालों बाद चाँद के कारण धरती पर प्रलय आएगी। यह सिलसिला समय के साथ बढ़ता ही जाएगा।
धरताई पर मौसम में बदलाव की वजह पृथ्वी का पड़ोसी चांद भी हो सकता है। इस अध्ययन को अमेरिकन स्पेस एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स और स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा ने अंजाम दिया है। जो कहती है कि जलवायु परिवर्तन के चलते बढ़ते समुद्र के जलस्तर के साथ चांद के अपनी कक्षा में ‘डगमगाने’ से धरती पर विनाशकारी बाढ़ आएगी। ये अध्ययन क्लाइमेट चेंज पर आधारित जर्नल नेचर में 21 जून को प्रकाशित हुआ है।
चांद के चलते उत्पन्न होने वाली बाढ़ की स्थिति को अध्ययन में ‘उपद्रवी बाढ़’ कहा गया है। इस तरह की बाढ़ तटीय इलाकों में आती है, जब समुद्र की लहरें रोजाना की औसत ऊंचाई के मुकाबले 2 फीट ऊंची उठती हैं। ऐसी स्थितियां व्यापार के लिए समस्या पैदा करती हैं, जब घर और सड़क पानी में डूब जाती हैं और रोजाना कि दिनचर्या प्रभावित होती है। नासा के अध्ययन के मुताबिक बाढ़ की ये स्थिति 2030 के मध्य में ज्यादा बनेगी और अनियमित भी होगी। अध्ययन में कहा गया है कि अमेरिकी तटीय इलाकों में समुद्र की लहरें अपनी सामान्य ऊंचाई के मुकाबले तीन से चार फीट ऊंची उठेंगी और ये सिलसिला एक दशक तक जारी रहेगा। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि बाढ़ की ये स्थिति पूरे साल में नियमित तौर पर नहीं रहेगी, बल्कि कुछ महीनों के दरम्यान ये पूरी स्थिति बनेगी, जिससे इसका खतरा और बढ़ जाएगा।