Thursday, November 21, 2024
Homeपर्यावरणग्रीन स्कूलों में मिले पर्यावरण का पाठ

ग्रीन स्कूलों में मिले पर्यावरण का पाठ

करोना काल के बाद से अब तक जिस तरह से समूची दुनियां में प्रकृति का प्रकोप जारी|  महामारी, भूकंप से लेकर पर्यावरण असंतुलन ने धरती को हिलाया है| उससे समूची दुनियां आज ग्रीन इन्वायरमेंट की जद्दोजहद में जुट गई है| भारत में सेंटर फॉर इन्वायरमेंट साइंसेज ने इस दिशा में देशभर में ग्रीन स्कूलों को सम्मानित किया है|

आइये समझते हैं ग्रीन स्कूल है क्या?  

एक ‘ग्रीन’ स्कूल में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं, लेकिन यह सीमित नहीं है:

15 प्रतिशत से अधिक का विंडो टू फ्लोर रेश्यो (डब्ल्यूएफआर)।

अधिकांश आबादी परिवहन के स्थायी और गैर-प्रदूषणकारी साधनों (सार्वजनिक परिवहन, ई-रिक्शा, साइकिल चलाना, पैदल चलना आदि) का उपयोग करती है।

ऊर्जा के संरक्षण के लिए ऊर्जा-कुशल प्रकाश व्यवस्था का अधिकतम उपयोग और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग – जीएसपी ऑडिट स्कूलों को छात्रों के लिए पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था से समझौता किए बिना पारंपरिक रोशनी के उपयोग को कम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

देशी प्रजातियों के पौधों को लगाकर अधिक जैव विविधता के साथ-साथ स्कूल परिसर के अंदर और आसपास एक उच्च हरित आवरण बनाए रखें।

स्वस्थ भोजन की खपत सुनिश्चित करने के लिए केवल पका हुआ भोजन ही परोसें (पैकेज्ड खाद्य पदार्थों से बचें)।

वर्षा जल संचयन करे| 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments