कर्नाटक में कांग्रेस ने बीजेपी को करारी शिकस्त देते हुए विधान सभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है| कांग्रेस को यह एतिहासिक जीत दस वर्षों के बाद मिली है| इसी के साथ कांग्रेस ने एकबार फिर राष्ट्रीय स्तर पर वापसी की उम्मीद जगाई है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कांग्रेस को बधाई दी है| उधर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि इस चुनाव का परिणाम लोकसभा चुनाव की एक सीढ़ी है| मुझे उम्मीद है कि सभी गैर-बीजेपी दल एक साथ आएंगे. मुझे उम्मीद है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं|
कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों पर चुनाव परिणाम आ चुके हैं| इसमें कांग्रेस ने 42.9 प्रतिशत वोटों के साथ 136 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि बीजेपी 36 प्रतिशत वोटों के साथ 65 सीटें ही जीत दर्ज की है| जनता दल (सेक्युलर) ने 13 प्रतिशत वोटों के साथ 19 सीटों पर जीत दर्ज की है| कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरुरी 113 का जादुई आंकड़ा पीछे छोड़ते हुए चमत्कारिक जीत हासिल की है| इसके साथ ही कर्नाटक में कांग्रेस ने 10 साल बाद अपने दम पर सत्ता में वापसी करते हुए बीजेपी को उसके कब्जे वाले एकमात्र दक्षिणी राज्य से बाहर कर दिया है| कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हमारे सहयोगी दर्शन पुत्तनैया मेलुकोटे सीट से जीते हैं| साथ ही मुझे बताया गया है कि निर्दलीय उम्मीदवार पुट्टास्वामी गौड़ा ने भी कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन दिया है. तो अब कांग्रेस के पास 138 सीट हैं|
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी की जीत पर प्रदेश की जनता और अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि दक्षिण भारत के इस राज्य में नफरत का बाजार बंद हो गया है और मोहब्बत की दुकानें खुली हैं| उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता, कर्नाटक में कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं व वहां काम करने वाले सभी नेताओं को बधाई देता हूं. इस चुनाव में कांग्रेस गरीबों के साथ खड़ी हुई. हमने नफरत और गलत शब्दों से लड़ाई नहीं लड़ी. हमने प्यार से दिल खोलकर यह लड़ाई लड़ी. कर्नाटक की जनता ने ये दिखाया है कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है| कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ और मोहब्बत की दुकाने खुलीं|
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आने वाले दिनों में भी जहां-जहां राज्यों के चुनाव होंगे वहां हम कर्नाटक की तरह चुनाव जीतने के लिए पूरा प्रयास करेंगे| कर्नाटक के विधायकों की बैठक होगी, मुख्यमंत्री के नाम पर सभी की जो सहमति बनेगी उसे हाईकमान के सामने रखा जाएगा. हाईकमान अंतिम फैसला लेगा| उन्होंने कहा कि हमनें लड़ाई जीत ली है, लेकिन हमें युद्ध जीतना है तभी देश सुरक्षित होगा| उन्होंने कहा कि बीजेपी हमें ताना मारती थी और कहती थी कि हम ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ बनाएंगे. अब सच्चाई यह है कि यह ‘बीजेपी मुक्त दक्षिण भारत’ है|