केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश ने ग्रेटर नोएडा (परिधानों का शहर) स्थित इंडिया एक्सपोर्ट मार्ट में 68वें भारत अंतरराष्ट्रीय परिधान मेले (आईआईजीएफ) का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि रोजगार सृजन की विशाल क्षमता व विदेशी मुद्रा प्राप्त करने वाले परिधान और वस्त्र उद्योग को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सोच के अनुरूप एक आधुनिक, गतिशील, एकीकृत और विश्व स्तरीय वस्त्र क्षेत्र स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष- 2022 में भारत का वार्षिक वस्त्र और परिधान निर्यात पिछले साल की तुलना में 41 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 44.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है। भारत विश्व में दूसरा सबसे बड़ा वस्त्र और परिधान निर्यातक देश है। मंत्री ने परिधान निर्माताओं और निर्यातकों से नवाचार, गुणवत्ता के साथ नवीनतम फैशन प्रवृत्तियों पर जोर देने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने परिधान उद्योग के विकास व विस्तार के लिए सरकार की ओर से सभी प्रकार की सहायता का आश्वासन दिया।
अंतरराष्ट्रीय परिधान मेला एसोसिएशन (आईजीएफए) और नोएडा परिधान निर्यात क्लस्टर (एनएईसी) के अध्यक्ष श्री ललित ठुकराल ने अपने स्वागत भाषण में इस मेले, जो परिधान निर्यातकों को प्रेरित करेगा, का उद्घाटन करने को लेकर अपना बहुमूल्य समय देने के लिए माननीया मंत्री को परिधान क्षेत्र की ओर से हार्दिक धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की बहुप्रतीक्षित उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन योजना, टेक्सटाइल पार्क और अन्य योजनाएं परिधान निर्माण व निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात अनुकूल हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के राज्य के परिधान और वस्त्र केंद्र बनाने की सोच का भी स्वागत किया। श्री ठुकराल ने बताया कि इसके लिए न केवल वस्त्र/निर्यात अनुकूल नीतियां/योजना तैयार की गई हैं, बल्कि राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था के साथ एक अनुकूल औद्योगिक वातावरण भी प्रदान किया गया है। श्री ठुकराल ने कहा कि आईआईजीएफ का हर एक संस्करण भारत से लगभग 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात कारोबार को आकर्षित करता है और इस बार हम लगभग 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर की आशा करते हैं और इस रुझान के आगे जारी रहने की संभावना है। श्री ठुकराल ने दर्शकों को यह भी बताया कि नोएडा एक महत्वपूर्ण परिधान केंद्र है, जहां से वर्तमान में वार्षिक परिधान निर्यात का आंकड़ा लगभग 40,000 करोड़ रुपये है, जो आने वाले वर्षों में लगभग 60,000 करोड़ रुपये होगा। उन्होंने विदेशी खरीदारों, मेले के सोर्सिंग सलाहकारों व मीडिया कर्मियों का स्वागत किया और सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।