तीन मैचों में हार के बावजूद जीत का जज्बा दिखाकर भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक में इतिहास रच दिया। टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में जगह बना ली है। भारत ने क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया।
गौरतलब है कि महिला टीम सिर्फ तीसरी बार ओलंपिक में उतर रही है। 2016 रियो ओलंपिक में टीम 12 वें नंबर पर रही थी। इसके अलावा 1980 में टीम चौथे नंबर पर रही थी। हालांकि उस समय सेमीफाइनल के मुकाबले नहीं थे. पूल मैचों के प्रदर्शन के आधार पर टॉप-3 टीमें तय हुई थीं. इससे पहले भारतीय पुरुष टीम ने भी सेमीफाइनल में पहुंचकर मेडल की उम्मीद बरकरार रखी है।
मैच में भारतीय महिला टीम ने अच्छी शुरुआत की। हालांकि पहले क्वार्टर में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमें गोल नहीं कर सकीं. 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गुरजीत कौर ने गोल करके भारतीय टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। भारतीय महिला टीम हालांकि टोक्यो में अच्छी शुरुआत नहीं कर सकी थी। टीम को पहले तीन मुकाबलों में बड़ी हार मिली थी। नीदरलैंड्स ने इसे 5-1 से, जर्मनी ने 2-0 से और ब्रिटेन ने 4-1 से मात दी। ऐसे में लग रहा था कि टीम टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी. इसके बाद टीम ने जोरदार वापसी की।