भारत और अमेरिका की सेनाओं की साझा एक्सरसाइज ‘युद्धाभ्यास’ औली में चल रही है! युद्धाभ्यास के 18वें संस्करण की शुरूआत 16 नवंबर को हुई थी! प्रैक्टिस के के आखिरी हफ्ते में दोनों देशों की सेनाएं हाई-ऑल्टिट्यूड एरिया में माउंटेन वॉरफेयर के रणकौशल को धार देने में जुटी हैं! चीन की लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल (एलएसी) महज 90 किलोमीटर की दूरी पर सेना अपना सलाना अभ्यास कर रही है! दो दिसंबर को क्लोजिंग अभ्यास की सेरेमनी है! युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय सैनिकों ने अन-आर्मड कॉम्बैट यानि बिना हथियार के लड़ने की ड्रिल दिखाई. भारतीय सेना अब बिना हथियार के लड़ने के लिए खासा मशक्कत कर रही है. क्योंकि गलवान घाटी की हिंसा के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच गन, राइफल और गोलियों से लड़ाई नहीं हुई थी बल्कि हाथ-पैर, डंडों और तेजधार हथियारों से एक दूसरे पर हमला किया था. इस दौरान अमेरिकी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों की इस कला को बेहद करीब से देखा!