लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को झांसी में कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्षों से संवाद किया। इसके साथ ही कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी तथा मंडल चुनाव प्रवासियों की बैठक को सम्बोधित किया। श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि मंडल अध्यक्ष संगठनात्मक गतिविधियों की धुरी है। निष्ठावान कार्यकर्ताओं के परिश्रम से ही भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक दल बना है। क्षेत्रीय प्रभारी व प्रदेश महामंत्री श्री अनूप गुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री प्रकाश पाल तथा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती कमलावती सिंह ने भी बैठक को सम्बोधित किया।
प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री धर्मपाल सिंह ने मंडल अध्यक्षों से संवाद करते हुए कहा कि मंडल अध्यक्षों को संगठनात्मक कार्यों की दृष्टि से आदर्श मंडल का गठन करना है। मंडल कार्यसमिति में 61 सदस्य रहेगें। जिसमें 15 पदाधिकारी होंगे बाकी मंडल कार्यसमिति सदस्य बनाए जाएगें। सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी व सर्वसमावेशी मंडल कार्यसमिति में अनुसूचित जाति वर्ग, पिछड़ा वर्ग, महिलाओं सहित सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक शक्तिकेन्द्र से भी मंडल कार्यसमिति में नेतृत्व निर्धारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक कार्यों की नियमित समीक्षा तथा नियमित मासिक बैठकें भी मंडल अध्यक्षों को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि मंडल अध्यक्ष संगठनात्मक कार्यों तथा अपने प्रवास की डायरी मेंटेन करने का स्वभाव विकसित करें।
श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि आदर्श मंडल कार्यसमिति से मजबूत शक्तिकेन्द्र की संरचना तैयार होगी जो मजबूत बूथ की संरचना का निर्माण करेगी और मजबूत बूथ से ही भाजपा की विजय सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि संगठनात्मक गतिविधियों के साथ ही चुनावी गतिविधियों का केन्द्र भी मंडल है। इसलिए मंडल कार्यसमिति गठन में समर्पित, परिश्रमी, अनुशासित एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दायित्व दिया जाना चाहिए। मजबूत बूथ की संरचना से ही संगठन की नीतियां, अभियान, कार्यक्रम तथा सरकार की योजनाएं हर घर तक पहुंचाना संभव होता है। श्री धर्मपाल सिंह ने कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्र के क्षेत्रीय पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, व मंडल प्रवासियों से संवाद करते हुए कहा कि प्रभावी मंडल कार्यसमिति गठन के साथ ही संगठन के सभी अभियानों एवं कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करना हैं। इसके साथ ही सतत् प्रवास का स्वभाव भी विकसित करना है। उन्होंने कहा कि सतत सम्पर्क व सतत संवाद संगठन की मजबूती का मूल मंत्र है। इस समय एक देश-एक चुनाव अभियान के साथ ही भारतीय सेना के शौर्य को प्रणाम करती हुई तिरंगा यात्राएं भी निकाली जा रही है। इसके साथ पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान भी 21 मई से प्रारम्भ होना है। अभियानों एवं कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पार्टी के पुराने पदाधिकारी एवं नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी जाय तथा सभी परिश्रमी कार्यकर्ताओं को अभियानों से जोड़ा जाय। इससे जबावदेही भी बढेगी और कार्यक्रमों की प्रभावशीलता भी बढ़ेगी। हमें संगठन को मजबूत करते हुए अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा से जन-जन को जोड़ना है। मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए सबसे जुड़कर सबको जोड़ना है।