डोनाल्ड ट्रम्प संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के इतिहास में दूसरे ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं| जिन्होंने चार साल बाद सत्ता में शानदार वापसी की है| ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ताबड़तोड़ फैसले लेकर पूरी दुनियाँ को चौंका दिया| ट्रम्प ने बार्डर पर नेशनल एमर्जेंसी लगाने का ऐलान किया तो विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी बाहर हो गए| उन्होने पनामा नहर को लेकर चीन को धमकी दी तो भारत के साथ नए सिरे से संबंध मजबूत करने के संकेत दिये| ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश मंत्री एस जय शंकर शामिल हुए| वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रम्प को अपना मित्र बताते हुए बधाई दी|
रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप शपथ के साथ ही ट्रंप अमेरिका 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। ट्रंप के शपथ लेने के बाद कुछ देर तक कैपिटल बिल्डिंग के रोटुंडा में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजती रही। इससे पहले उन्होंने 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। ट्रंप ने स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:01 बजे शपथ ली। मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। ट्रंप से पहले अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में जेडी वेंस ने शपथ ली। शपथ ग्रहण करने के बाद अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि “अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है।” ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के सदस्य, सुप्रीम कोर्ट के जज, ट्रंप परिवार, उनके भावी मंत्रिमंडल के सदस्य और तकनीकी क्षेत्र के कई सीईओ शामिल हुए, जो 40 वर्षों में पहली बार कैपिटल रोटुंडा के अंदर आयोजित किया गया। नए राष्ट्रपति ने अपने 30 मिनट के भाषण में कहा, “आज के बाद से हमारा देश समृद्ध होगा और पूरे विश्व में इसका सम्मान बढ़ेगा।” ट्रंप आव्रजन, ऊर्जा, व्यापार, विविधता नीतियों और अन्य मुद्दों पर डेमोक्रेटिक नीतियों को वापस लेने के लिए कई कार्यकारी कदम उठाए सकते हैं। अपने भाषण के दौरान ट्रंप ने कहा कि वह दक्षिणी सीमा पर इमरजेंसी घोषित करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका पनामा नहर को वापस ले रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा, “मेरी जान किसी कारण से बचाई गई। मुझे भगवान ने अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए बचाया।”
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति का पदभार संभालने के बाद कैपिटल हिल में 6 जनवरी 2021 को हुए दंगों में शामिल करीब 1500 लोगों को माफी देने का आदेश जारी किया है। कैपिटल हिल के दंगों के आरोप में जेल में बंद ट्रंप समर्थकों के वकील ने कहा कि कुछ घंटों के भीतर ही जेल में बंद लोगों की रिहाई हो जाएगी।
डोनाल्ड ट्रंप शपथ लेने के बाद पहले ही दिन कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इनमें से कुछ आदेश होंगे और कुछ घोषणाएं होंगी। एग्जीक्यूटिव ऑर्डर राष्ट्रपति का ऐसा आदेश होता है, जिसे लागू करने के लिए कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होती। हालांकि इन आदेशों को अदालत में चुनौती दी जा सकती है।
सीनेट ने सोमवार को फ्लोरिडा के रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो को अमेरिका के 72वें विदेश मंत्री के रूप में मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब राष्ट्रपति ट्रंप के पूर्व राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को अमेरिकी कूटनीति के शीर्ष पर गह मिल गई है।
अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग आधा घंटे (30 मिनट) का भाषण दिया। उन्होंने वचन दिया कि राष्ट्र में एक नई सुबह की शुरुआत हो रही है। ट्रंप ने कहा, “हम अमेरिकी इतिहास के चार सबसे महान वर्षों के कगार पर खड़े हैं।” उन्होंने कहा, ”हमारा स्वर्णिम युग अभी शुरू हुआ है।” उद्घाटन समारोह तीन धार्मिक नेताओं के आशीर्वाद और गायक क्रिस्टोफर मैकियो की ओर से राष्ट्रगान के गाए जाने के बाद स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:57 बजे संपन्न हुआ।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क की मौजूदगी में कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह की यात्रा करेंगे और सतह पर अमेरिकी झंडा लगाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पनामा नहर पर अमेरिकी नियंत्रण को फिर से स्थापित करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा, “चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया, हमने इसे पनामा को दिया है… और हम इसे वापस ले रहे हैं।” सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने 1999 में नहर का नियंत्रण पूरी तरह से पनामा को सौंप दिया था। पनामा के राष्ट्रपति ने कहा है कि नहर से जुड़ी किसी भी चीज में चीन का कोई हस्तक्षेप या भागीदारी नहीं है।