- पत्रकारिता जगत के पितामह प्रो. (डॉ.) राम जी लाल जांगिड़ ने लिखा पत्र
नोएडा : पद्म भूषण से सम्मानित विश्वविख्यात मूर्तिकार डॉ. राम वी. सुतार के सम्मान में संभव इंटरनेशनल फाउंडेशन ने विशेष पहल की है। 19 फरवरी 2025 को अपने जीवन के सौ वर्ष पूर्ण करने वाले डॉ सुतार के सम्मान में कौशल विकास संस्थान स्थापित करने की योजना है| प्रोफेसर (डॉ.) रामजीलाल जांगिड़, ट्रस्टी – संभव इंटरनेशनल फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर डॉ. राम वी. सुतार के कार्य क्षेत्र नोएडा में ‘पद्म भूषण डॉ. राम वी. सुतार शताब्दी कौशल विकास संस्थान’ स्थापित करने हेतु उपयुक्त भूमि आवंटन की मांग की है। इस संस्थान का उद्देश्य न केवल पारंपरिक भारतीय शिल्पकला, संस्कृति और इतिहास को संरक्षित करना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को उनके कार्यों से प्रेरणा देना भी है।
संस्थान में एक मंदिर परिसर की भी परिकल्पना की गई है, जो सनातन धर्म और भारतीय अध्यात्म के प्रचार-प्रसार का केंद्र बनेगा। यह परियोजना डॉ. सुतार के जीवन और कार्य को सम्मान स्वरूप समर्पित होगी, जिन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा – ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण कर भारत को वैश्विक स्तर पर गौरवांवित किया।
गौरतलब है कि डॉ. राम वी. सुतार प्रसिद्ध शिल्पकार हैं| उनको विशेष रूप से विशालकाय मूर्तियों के निर्माण के लिए जाना जाता है। भारत सरकार उन्हें पद्मश्री और पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान प्रदान कर चुकी है। उन्होंने अपनी कला की शिक्षा जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से प्राप्त की और अपने करियर की शुरुआत आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के साथ मिलकर एलोरा की गुफाओं में कार्य करके की। इसके कुछ वर्षों बाद उन्होंने मूर्ति निर्माण को अपने जीवन का केंद्र बना लिया। संभव इंटरनेशनल फाउंडेशन का कहना है कि यह संस्थान केवल एक कीर्ति केंद्र नहीं, बल्कि एक जीवंत प्रेरणा केंद्र होगा जो कला, संस्कृति और कौशल विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।