नई दिल्ली : इंडिया हैबिटेट सेंटर (आईएचसी) ने आज अपने हैबिटेट लाइब्रेरी और रिसोर्स सेंटर में एक नए अतिरिक्त भाग का उद्घाटन किया – भारत बोध केंद्र, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और सभ्यतागत विरासत के बारे में जागरूकता और प्रशंसा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समर्पित एक खंड है। भारत बोध केंद्र में भारतीय कला, संगीत, आध्यात्मिकता, इतिहास, दर्शन और अन्य संबंधित क्षेत्रों पर पुस्तकों और संसाधनों का एक संग्रह उपलब्ध होगा। आईएचसी सदस्यों के लिए सुलभ, इस पहल की कल्पना भारत की कालातीत परंपराओं और विकसित हो रहे सांस्कृतिक प्रवचन के बारे में अन्वेषण और सीखने के लिए एक शांत स्थान के रूप में की गई है।
केंद्र का उद्घाटन केंद्रीय ऊर्जा और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने आज शाम आईएचसी में आयोजित एक समारोह में किया। कार्यक्रम के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने आईएचसी में संचालित गतिविधियों, विशेष रूप से इसकी हरित पहलों की सराहना की और सतत जीवन के बारे में जागरूकता बढ़ाने में इसकी भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने केंद्र को इस तरह की और पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया और सुझाव दिया कि वह संस्थानों को गोद ले ताकि वे पर्यावरण के प्रति जागरूक प्रथाओं को लागू करने में उनकी मदद कर सकें। उद्घाटन के बाद, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में सचिव और आईएचसी के अध्यक्ष श्री कटिकिथला श्रीनिवास और आईएचसी के निदेशक प्रो. के. जी. सुरेश ने माननीय मंत्री को 9 एकड़ में फैले आईएचसी परिसर का भ्रमण कराया, जिसमें इसकी विशिष्ट वास्तुकला डिजाइन, पर्यावरण के अनुकूल विशेषताएं और सांस्कृतिक और बौद्धिक जुड़ाव के लिए एक जीवंत केंद्र के रूप में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर हुडको के सीएमडी श्री संजय कुलश्रेष्ठ, एनएचबी के एमडी श्री संजय शुक्ला और मंत्रालय तथा आईएचसी के अन्य अधिकारी मौजूद थे।