भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) ने म्यूनिख, जर्मनी में आयोजित हुए तीन-दिवसीय इंटरसोलर यूरोप 2023 प्रदर्शनी में हिस्सा लिया। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत आने वाली एक मिनी रत्न कंपनी (श्रेणी-1) इरेडा ने आगंतुकों को संगठन के बारे में जानकारी प्रदान करने हेतु इस प्रदर्शनी में एक मंडप स्थापित किया था। मंडप में आगंतुकों को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के वित्तपोषण, ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने और भारत द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास को समर्थन प्रदान करने में इरेडा की पहल के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला। इस मंडप ने इरेडा के साथ नेटवर्किंग एवं संभावित व्यावसायिक अवसरों की खोज के लिए , विशेष रूप से इरेडा की ऊर्जा बदलाव और आईपीओ के महत्वपूर्ण समय में एक मंच के रूप में भी काम किया
इस मंडप का उद्घाटन इरेडा के सीएमडी प्रदीप कुमार दास ने किया। प्रदर्शनी में इरेडा की भागीदारी के बारे में बात करते हुए श्री प्रदीप कुमार ने कहा कि “इंटरसोलर यूरोप ने इरेडा को नवीकरणीय ऊर्जा वित्तपोषण के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों एवं विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने के लिए एक मूल्यवान अवसर प्रदान किया है। हम इस सम्मानित प्रदर्शनी का हिस्सा बनकर खुशी महसूस कर रहे हैं। इसने हमें सहयोग को बढ़ावा देने, विचारों का आदान-प्रदान करने और हरित एवं दीर्घकालिक भविष्य की ओर परिवर्तन होने के लिए वैश्विक हितधारकों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान किया है।”
इस प्रदर्शनी में, टीम इरेडा ने केएफडब्ल्यू डेवलपमेंट बैंक के साथ बैठक का आयोजन किया, जिससे वर्तमान लाइन ऑफ क्रेडिट, तकनीकी सहायता की प्रगति की समीक्षा की जा सके और नई एवं उभरती नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकियों का समर्थन करने के लिए संभावित भविष्य के सहयोग पर चर्चा की जा सके। सहयोगात्मक अवसरों का पता लगाने एवं इस साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए कॉमर्ज बैंक, जर्मनी के साथ भी एक बैठक का आयोजन किया गया। इरेडा की “इंटरसोलर यूरोप 2023” में भागीदारी उसकी वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में योगदान देने और चिरस्थायी विकास प्रथाओं को बढ़ावा देने में उसकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालती है। सहयोगियों के प्रयासों एवं अभिनव समाधानों के माध्यम से, इरेडा अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एवं जलवायु परिवर्तन की चुनौती को संबोधित करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।