Friday, July 4, 2025
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4000 भारतीय प्रवासियों ने बिखेरे कला के रंग  

  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिनिडाड और टोबैगो में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित किया
  • मुझे यकीन है कि आप सभी ने 500 वर्षों के बाद अयोध्या में राम लला की वापसी का बहुत खुशी के साथ स्वागत किया होगा: प्रधानमंत्री मोदी

त्रिनिडाड और टोबैगो में भारतीय समुदाय के 4000 कलाकारों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने अपनी प्रतिभा के रंग बिखेरे| महात्मा गांधी सांस्कृतिक सहयोग संस्थान समेत दूसरे संगठनों के कलाकारों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया | इस मौके पर प्रधानमंत्री ने त्रिनिडाड और टोबैगो गणराज्य की प्रधानमंत्री महामहिम श्रीमती कमला प्रसाद-बिसेसर के साथ लोगों को संबोधित किया|

त्रिनिडाड और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए घोषणा की कि त्रिनिडाड और टोबैगो उन्हें अपना सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार, “द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिडाड और टोबैगो” प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने इस सम्मान के लिए उनके तथा त्रिनिडाड और टोबैगो के लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में त्रिनिडाड और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को उनके गर्मजोशी भरे स्वागत करने और दोनों देशों के बीच जीवंत और विशेष संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि ऐसे समय में त्रिनिडाड और टोबैगो की उनकी ऐतिहासिक यात्रा, जब देश अपने तटों पर भारतीय प्रवासियों के पहले आगमन की 180 वीं वर्षगांठ मना रहा है, इसे और भी विशेष बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय प्रवासियों की उनके सुगम, सांस्कृतिक समृद्धि और त्रिनिडाड और टोबैगो में उनके अपार योगदान की प्रशंसा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशंसा करते हुए कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासी अपनी भारतीय सांस्कृतिक जड़ों और परंपराओं को संरक्षित और पोषित करना जारी रखे हुए हैं। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अब त्रिनिडाड और टोबैगो में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड जारी किए जाएंगे। इस विशेष भाव का जोरदार तालियों से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी बल दिया कि भारत सरकार गिरमिटिया विरासत को पोषित करने के लिए कई पहलों का समर्थन करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने बुनियादी ढांचे, डिजिटल प्रौद्योगिकियों, विनिर्माण, हरित मार्गों, अंतरिक्ष, नवाचार और स्टार्ट-अप के क्षेत्र में भारत के तेजी से विकास और परिवर्तन का उल्लेख किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले एक दशक में भारत ने समावेशी विकास को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण प्रगति की है और 250 मिलियन से अधिक लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला गया है।

श्री मोदी ने भारत की विकास कहानी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश शीघ्र ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने बल देकर कहा कि आर्टिफ़िशियल इंटैलिजेंस, सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग पर राष्ट्रीय मिशन देश के विकास के नए संचालक बन रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में यूपीआई आधारित डिजिटल भुगतान की सफलता का उल्लेख करते हुए आशा व्यक्त की कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भी इसे अपनाना समान रूप से उत्साहजनक होगा। श्री मोदी ने भारत के सदियों पुराने दर्शन वसुधैव कुटुम्बकम, जिसका अर्थ है कि दुनिया एक परिवार है, को कोविड महामारी के दौरान स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करते हुए प्रगति और राष्ट्र निर्माण की दिशा में टीएंडटी को निरंतर समर्थन देने की पेशकश की।

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