Thursday, November 21, 2024
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स्वर की देवी लता दीदी को श्रद्धांजली… तेरा साया साथ होगा!

स्वर की देवी भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन बीमारी से हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में उन्होने अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘दीदी’ जैसे प्यार भरे नाम से दुनियाभर की चहेती लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक गीतों की दुनियाँ में राज किया। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए । लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनके निधन की पुष्टि इलाज करने वाले डॉक्टर प्रतीक समदानी ने की। जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी। बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक जगत और उनके देश की जनता अपनी चहेती गायिका को श्रद्धांजली दे रही है। उनके निधन पर दो दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के सभी नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। लोक सभा स्पीकर ओम बिरला समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने शोक जताया। सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा, ‘देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी।’

लता दीदी के गाने और आवाज में इतनी संवेदना थी कि खुद उस समय देश के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू तक रोने लगे थे। लता दीदी प्रखर देशभक्त थी। भारतीय संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। 30 हजार से अधिक गाने गाकर उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से नवाजा है। शिवसेना के प्रवक्‍ता एवं राज्‍यसभा सांसद संजय राउत ने लिखा, ‘तेरे बिना भी क्‍या जीना…’

28 सितंबर 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर का असली नाम लता नहीं था। जब वो पैदा हुईं तो उनके माता-पिता ने ‘हेमा’ नाम रखा था। इसके कुछ समय बाद उनके पिता के मशहूर नाटक ‘भव बंधन’ की मशहूर अदाकारा लतिका को लेकर उनका नाम लता रखा गया. लता मंगेशकर जी अपने माता-पिता की पहली संतान थीं। उनके बाद परिवार में मीना, आशा भोंसले, उषा और एकलौते भाई हृदयनाथ का जन्म हुआ।

सुरों की देवी लता मंगेशकर जाने माने थिएटर अभिनेता पंडित दीनानाथ मंगेशकर और शास्त्रीय गायिका शेवंती (शुदामती) की बेटी थीं। लता की मां शेवंती उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी थीं. उनकी पहली पत्नी नर्मदा, लता की मामी थीं, जिनका विवाह कम उम्र में ही हो गया था. उनकी मृत्यु के बाद, दीनानाथ ने सन 1927 में शेवंती से शादी की थी।

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