Thursday, November 21, 2024
Homeआर्थिकदुनियाँ की नई आर्थिक शक्ति बनने की राह पर भारत

दुनियाँ की नई आर्थिक शक्ति बनने की राह पर भारत

विश्व की आर्थिक महाशक्तियों के बीच भारत का पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना रोमांचक है! उम्मीद से भरा है। और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को विकसित देश बनाने के सपने की दिशा में एक बड़ा जमीनी कदम है! खास बात यह है कि भारत ने ये उपलब्धि उस देश को पीछे छोडकर हासिल की है! जो देश (ब्रिटेन) कभी 1947 से पहले भारत की आर्थिक नीति तय करता था! लेकिन ये नए भारत की ही शक्ति है, ठीक दो दिन बाद ब्रिटेन को मिलने वाले नए प्रधानमंत्री की दौड़ में भारतीय मूल के ऋषि सुनक भी शामिल हैं!

यह सब कुछ न तो चमत्कार है न ही एक दिन में हुआ है! इस उपलब्धि के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है! और 3020 दिन की अथक मेहनत का परिणाम है! पीएम मोदी ने 26 मई, 2014 को देश की बागडोर संभालते ही अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए काम करना शुरू कर दिया था। फिर चाहे काले धन पर चोट हो या फिर जन धन खाते के जरिये आम आदमी को बैंक से जोड़ना हो! केंद्र सरकार की नीति ने पहली बार सबसे निचले तबके को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया। जिसका नतीजा हमें अब मिल रहा है! वो व्ही उस समय जब दुनियाँ की आर्थिक महा शक्तियां मंदी और महंगाई से जूझ रही हैं!  

करोना काल में पिछले चार सालों में दुनियाँ की आर्थिक चेहरा पूरी तरह से बदल चुका है! दुनियाँ ने अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देशों को घुटने के बल बैठते हुए देखा है! ब्रिटेन में आज आर्थिक और राजनीतिक दोनों ही क्षेत्रों में अस्थिरता है! दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की बात करें तो वह मंदी से अभी तक उबर नहीं पाई है! इस विकसित देश के सकल घरेलू उत्पाद में 0.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। अमेरिका के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हो रहा है कि किसी वर्ष की लगातार दूसरी तिमाही में जीडीपी में गिरावट दर्ज की गई है!  ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था भी मंदी  की चपेट में है!  है।  

लेकिन भारत आज अर्थव्यवस्था की मजबूत राह पर है। वो भी तब जब यूरोपीय देश रूस- यूक्रेन युद्ध के कारण तेल और गैस संकट से जूझ रहे हैं! एशिया में श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे लगभग कंगाली की कगार पर खड़े हैं! वहीं पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत इसके ठीक उलट एशिया की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है!  अंतराष्ट्रीय एजेंसी मार्गन स्टेनली  के अनुसार 2022-23 में भारत एशिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनकर उभर सकता है। मार्गन स्टेनली ने अनुमान जताया है कि 2022-23 में एशियाई और वैश्विक विकास में भारत का योगदान 28 प्रतिशत और 22 प्रतिशत रह सकता है। यह मोदी नेतृत्व की बड़ी उपलब्धि है! प्रधानमंत्री अपने भाषण में कहते भी रहे हैं कि पिछले आठ वर्षों में सरकार ने जो निर्णय लिए। जो नीतियां बनाईं और पहले की जिन नीतियों में सुधार किए, उसकी वजह से आज भारत की अर्थव्यवस्था का निरंतर विस्तार हो रहा है।

यह सच भी हैकि इसका उदाहरण हमें उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार में दिख रहा है! देश को आर्थिक शक्ति बनाने में उत्तर प्रदेश जैसा बड़ा राज्य अब  बड़ी भूमिका निभा रहा है! एक समय था जब उत्तर प्रदेश पिछड़े राज्यों में गिना जाता था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में अब यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन गया है! सीएम योगी ने अगले चार वर्षों में प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में पहल की है! इसके लिए कंसल्टेंट भी नियुक्त कर दिये गए हैं!

उप जैसे राज्यों का विकास कि रफ्तार पकड़ना मोदी- योगी कि डबल इंजन सरकार के नेतृत्व का नतीजा है! करोना काल से लेकर यूक्रेन- रूस युद्ध तक बड़े देशों की पटरी से उतरती अर्थव्यवस्था के बीच भारत आगे बढ़ना नई उम्मीदें जगा रहा है!

गौतलब है कि जब पीएम ने पद संभाला था। तब देश की जीडीपी लगभग 112 लाख करोड़ रुपए की थी। वहीं उनके कार्यकाल में पिछले आठ वर्षों में यह दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है! पीएम मोदी ने 2025 तक भारत की जीडीपी को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। जो अब पूरा होते नजर आ रहा है! पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ सालों में भारत की आर्थिक विकास यात्रा उल्लेखनीय है! जिसमें भारत ने स्वतंत्र फैसले लेकर दुनियाँ भर में अपनी अलग सीएचएचपी छोड़ी है! आज भारत के अमेरिका के साथ रिश्ते चरम पर हैं! तो उसके विरोधी रूस के साथ परम्परागत रिश्तों में भी मजबूती आई है! पुतिन प्रशासन ने भारत को अपने देश में रिटेल स्टोर खोलने की अनुमति दे दी है! तो भारत की सुविधानुसार तेल की खिरीद के पेमेंट को मजबूती देकर रुपए को गिरने से बचाया है! बीते दशक तक रक्षा उत्पादों का आयात करने वाला भारत अब रक्षा उपकरणों के उत्पादन से लेकर निर्यात की दिशा में आगे बढ़ा है! अगर भारत इसी रफ्तार से आगे बढ़ता रहा तो हो सकता है, भारत समय से पहले 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त कर ले! नए भारत की तस्वीर है जिसमें आम आदमी से लेकर आत्मनिर्भर उद्योग जगत के लिए समान जगह है!  

 ………………

मजबूत भारत

  • वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की आर्थिक विकास दर 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है।
  • आईएमएफ के मुताबिक साल 2019 में भी भारत की अर्थव्यवस्था नॉमिनल जीडीपी के मामले में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी थी।  
  • इस वर्ष भारत ने एकबार फिर पांचवा स्थान हासिल कर लिया है!  
  • इस साल भारत की अर्थव्‍यवस्‍था के 7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments