पूर्वोत्तर के दो महत्वपूर्ण राज्य नागालैंड और मेघालय की जनता नई सरकर के लिए वोट डाल रही है| यहाँ 118 सीटों के लिए 550 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होने जा रहा है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र के यज्ञ की आहुति में सभी से भाग लेने की अपील की| गृहमंत्री अमित शाह ने जनता से भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का आह्वान किया हाई| तो क्या जनता इस बार समूचे पूर्वोत्तर में भाजपा का परचम लहरा देगी| ये देखने वाली बात होगी|
मेघालय के चुनावी रण में इस बार एनपीपी, बीजेपी, टीएमसी, कांग्रेस और यूडीपी सभी अलग-अलग एक -दूसरे से भिड़ रहे हैं. इसके अलावा हिल्स स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 11 और ‘वॉयस ऑफ द पीपल’ 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही है| ऐसे में यहाँ पर चुनाव बाद भी नए समीकरण बन सकते हैं|
मेघालय का राजनीतिक समीकरण को देखें तो यहां एनडीए गठबंधन का हिस्सा होते हुए भी नेशनल पीपुल्स पार्टी और बीजेपी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही है| पिछली बार भी ऐसा ही हुआ था| मेघालय में 2018 चुनाव नतीजों के बाद एनपीपी की अगुवाई में गठबंधन सरकार बनी थी. इस गठबंधन में एनपीपी के साथ यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी , पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिल्स स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और बीजेपी शामिल थे| भाजपा की रणनीति यहाँ पर त्रिपुरा दोहराने की है| bjp ने 2018 से पहले तक बीजेपी त्रिपुरा में एक भी विधानसभा सीट नहीं जीत पाई थी, लेकिन 2018 में सीपीएम के 25 साल के शासन का अंत कर दिया था| बीजेपी मेघालय में भी इस बार कुछ ऐसा ही प्रदर्शन करने का मंसूबा पाल रखी है|