Monday, June 9, 2025
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महाकुंभ 2025 : संगम से रोज निकल रहा 15 टन कचरा

संगम को स्वच्छ बनाने के लिए आधुनिक मशीन का हो रहा इस्तेमाल, संगम में 4 किमी का एरिया कर रही है कवर

प्रयागराज : महाकुम्भ 2025 में त्रिवेणी संगम को स्वच्छ, निर्मल बनाने के लिए मेला प्रशासन प्रतिबद्ध है। मेले में आने वाले श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर अपने साथ स्वच्छता का भाव भी ले जाएं, इसके लिए प्रयागराज नगर निगम प्रधानमंत्री श्री के विजन को साकार करने में लगा हुआ है। न केवल मैनुअल, बल्कि आधुनिक तरीके से भी गंगा-यमुना के संगम को स्वच्छ बनाने का काम हो रहा है। इसके लिए बकायदा ट्रैश स्कीमर मशीन लगाई गई है। यह मशीन हर दिन गंगा-यमुना से 10 से 15 टन कचरा निकाल रही है।

दरअसल, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छता की परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए प्रदेश की  सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके चलते विश्व के सबसे बड़े आयोजन महाकुम्भ की तैयारी करीब 4 साल पहले ही शुरू कर दी गई थी। संगम में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को साफ और स्वच्छ जल मिले, इसके लिए एक ट्रैश स्कीमर मशीन लगाई गई। तब यह मशीन 50-60 क्विंटल कचरा हर दिन निकालती थी। उसकी कार्य प्रणाली को देखते हुए करीब दो साल पहले एक और मशीन को प्रयागराज नगर निगम ने खरीदा। इसके बाद नदियों की सफाई की रफ्तार दोगुनी हो गई।

मशीन की क्षमता 13 क्यूबिक मीटर

दोनों नदियों में सफाई कर रही मशीन की क्षमता 13 क्यूबिक मीटर है। ये मशीनें चार किमी का एरिया नदी में कवर करती हैं। यानी संगम क्षेत्र से लेकर बोट क्लब सहित अन्य दूरी तक सफाई करती है। इन मशीनों की मदद से गंगा के साथ ही यमुना को भी साफ किया जा रहा है। अफसरों के मुताबिक, महाकुम्भ शुरू होने के बाद मशीन से कचरा एकत्र करने में 20 गुना तक बढ़ोतरी हुई है। ये मशीन सतह पर तैरने वाले फूल-माला, दोना-पत्तल, अगरबत्ती- धूपबत्ती के रैपर, प्लास्टिक, नारियल, कपड़े आदि को निकाल लेती है।

एक ही जगह कचरे का निस्तारण

नगर निगम के अधिकारी बताते हैं कि मशीन से एकत्र किए गए कचरे को निस्तारित करने के लिए नैनी के पास ही एक जगह डंप किया जाता है। वहां से इस कचरे को रोजाना गाड़ियों द्वारा बसवार स्थित प्लांट में ले जाते हैं। जहां इस कचरे से नारियल, प्लास्टिक और अन्य सामग्री को अलग किया जाता है। प्लास्टिक को रिसाइकिल के लिए भेजा जाता है, जबकि अन्य सामग्री, जो लायक होती है, उसे खाद बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। मुंबई से मंगाई गई इस मशीन के संचालन का जिम्मा भी करीब 5 साल के लिए कंपनी को ही दिया गया है।

क्या है, ट्रैश स्कीमर मशीन?

– ट्रैश स्कीमर की मदद से पानी की सतह पर तैर रहे कचरे को इकट्ठा किया जाता है। इस मशीन का इस्तेमाल नदियों, बंदरगाहों, और समुद्रों में कचरा साफ करने के लिए होता है। 

– यह मशीन प्लास्टिक, बोतलें, धार्मिक कचरा, कपड़े, धातु की वस्तुएं, पूजा अपशिष्ट, मृत पशु और पक्षी आदि को एकत्र करती है।

– यह पानी से खरपतवार (जलकुंभी) को हटाने में भी सहायक है।

किस तरह काम करती है ट्रैश स्कीमर?

– मशीन के दोनों ओर गेट होते हैं, इनके अंदर कन्वेयर बेल्ट लगी होती है। ये गेट सामग्री को फंसाने के लिए हाइड्रॉलिक रूप से बंद हो जाते हैं।कचरे को एकत्र करने के बाद कन्वेयर बेल्ट पर ट्रांसफर किया जाता है।इसके बाद वहां से कचरा अनलोडिंग कन्वेयर बेल्ट पर जाता है और उसे बाहर कर दिया जाता है.

आईएनएस तुशील ने मजबूत किए भारत-सेशेल्स के रिश्ते

आईएनएस तुशील, अफ्रीका के पश्चिमी तट के चारों ओर अपने पहले सफर पर, 07 फरवरी 25 को परिचालन वापसी के लिए पोर्ट विक्टोरिया, सेशेल्स पहुंचा। भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों और भारतीय नौसेना की टुकड़ी के अधिकारियों ने जहाज का गर्मजोशी से स्वागत किया। बंदरगाह पर पहुंचने के दौरान, कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन पीटर वर्गीस ने सेशेल्स में भारत के उच्चायुक्त (एचसीआई) श्री कार्तिक पांडे और सेशेल्स रक्षा बलों के रक्षा बलों के प्रमुख मेजर जनरल माइकल रोसेट की मेजबानी की। यात्रा के दौरान निशार-मित्र टर्मिनल का प्रदर्शन भी किया गया।

सेशेल्स के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की विशेषता ऐतिहासिक संपर्कों से है और यह घनिष्ठ मित्रता, समझ और सहयोग का प्रतीक है। 1976 में स्वतंत्रता के बाद सेशेल्स के साथ राजनयिक संबंध स्थापित हुए। जब ​​29 जून 1976 को सेशेल्स को स्वतंत्रता मिली, तो आईएनएस नीलगिरि की एक टुकड़ी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया। आईएनएस तुषिल की इस यात्रा का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के दो देशों के बीच मजबूत संबंधों को आगे बढ़ाना है।

नौसेना प्रमुखों के सम्मेलन में लीगेसी ऑफ लीडरशिप बुक लॉंच

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भारतीय नौसेना प्रमुखों का सम्मेलन 2025

 नई दिल्ली : भारतीय नौसेना प्रमुखों का सम्मेलन 08-09 फरवरी 25 को नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। जिसमें आठ पूर्व नौसेना प्रमुख और वर्तमान नौसेना प्रमुख एक साथ आए। सम्मेलन में पूर्व प्रमुखों को नीतिगत पहलों, तकनीकी, सामग्री और परिचालन रसद उन्नति और परिप्रेक्ष्य योजनाओं सहित परिचालन संबंधी अद्यतन जानकारी दी गई ।

सम्मेलन से अलग “लीगेसी ऑफ लीडरशिप: नेवल चीफ्स थ्रू टाइम” नामक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें पूर्व नौसेना प्रमुखों की प्रेरणादायक यात्राओं का वर्णन किया गया है। व्यक्तिगत कहानियों, दुर्लभ तस्वीरों और प्रत्यक्ष विवरणों के साथ, यह “संग्रहकर्ता संस्करण” पूर्व सीएनएस के नेतृत्व की एक अनूठी झलक प्रस्तुत करता है।

“हम आपकी शानदार विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारतीय नौसेना किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी तरह से भारत के राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा करना जारी रखेगी ” – सीएनएस पूर्व नौसेना प्रमुखों ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और राष्ट्र के वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। नौ सेना प्रमुखों का सम्मेल, चीफ्स कॉन्क्लेव 2025, संस्थागत निरंतरता के प्रति नौसेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है तथा भारत की समुद्री शक्ति के भविष्य को आकार देते हुए पिछले नेतृत्व के ज्ञान का लाभ उठाता है।

लखनऊ में मना दिल्ली- मिल्कीपुर जीत का जश्न

लखनऊ । दिल्ली विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली प्रचंड जीत की खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पार्टी के राज्यमुख्यालय पर ‘विजयोत्सव‘ मनाया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य व श्री ब्रजेश पाठक, पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री धर्मपाल सिंह, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दया शंकर सिंह की मौजूदगी में हुए विजयोत्सव में पार्टी कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत का जश्न मनाया।

पार्टी के राज्यमुख्यालय पर हुए ‘विजयोत्सव‘ में प्रदेश महामंत्री श्री गोविन्द नारायण शुक्ला, श्री राम प्रताप सिंह चौहान, प्रदेश मंत्री श्रीमती अंजुला माहौर, श्री अमित वाल्मीकि, श्री शिवभूषण सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनीष दीक्षित, मुख्यालय प्रभारी श्री भारत दीक्षित, सहमुख्यालय प्रभारी श्री अतुल अवस्थी, चौधरी श्री  लक्ष्मण सिंह, महानगर अध्यक्ष श्री आनंद द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। 

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने  दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के लिए जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा में भाजपा की जीत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पर जनता के विश्वास का परिणाम है। जनता ने माननीय मोदी जी की नेतृत्व में भाजपा की गरीब कल्याणकारी योजनाओं, नीतियों और संकल्पों पर भरोसा कर दिल्ली में भाजपा को जनादेश दिया है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या की महान जनता ने मिल्कीपुर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री चन्द्रभानु पासवान को भारी अंतर से विजयी बनाया है। समाजवादी पार्टी सहित समूचे विपक्ष का जो निगेटिव ऐजेण्डा था उस नकारात्मक ऐजेंडे को नकारने का काम जनता ने किया है। माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा के मामले में अभूतपूर्व ढंग से काम किया है।  चुनाव में हमारे कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर मोदी जी-योगी जी के नेतृत्व में केन्द्र व प्रदेश की एनडीए गठबंधन की सरकार का रिपोर्ट कार्ड जन-जन के समक्ष रखा और सतत संपर्क व संवाद के माध्यम से प्रत्येक मतदाता तक पहुंचे। जिसका परिणाम  मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को बड़े अंतर से विजय का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी यह सब की सब अब समाप्तवादी पार्टी बनने की ओर अग्रसर है। भारतीय जनता पार्टी वर्तमान है, भारतीय जनता पार्टी भविष्य है, भारतीय जनता पार्टी है तो सुशासन है। भाजपा गरीबो के कल्याण, महिला सशक्तिकरण, युवाओं के उज्जवल भविष्य की गांरटी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की सच्ची जीत हुई। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, झूठ, लूट, गुंडगर्दी, तुष्टिकरण तथा परिवारवाद की राजनीति करने वाले लोग हार गए है। हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद अब दिल्ली विजय की त्रिवेणी बह रही है, विपक्ष की राजनीति डूब रही है। दिल्ली की जीत, देश की जीत है। मिल्कीपुर की जीत, यूपी की जीत है। आज का दिन ऐतिहासिक है। दिल्ली की जनसुनामी, नकारात्मकता, झूठ और साजिशों की राजनीति को जनता का करारा जवाब है। गरीब का बेटा प्रधानमंत्री है और रहेगा। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा का विजय रथ बढ़ता जा रहा है। विपक्षियों का कोई भी षड्यंत्र और साजिश जनता के आशीर्वाद  के आगे नहीं टिकेगी। उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने दिल्ली विधानसभा और उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली ऐतिहासिक विजय के लिए मतदाताओं का आभार जताते हुए अभिनंदन  किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर जनता के विश्वास की जीत है। देश की जनता लगातार विपक्ष की तुष्टिकरण, परिवारवाद तथा भ्रष्टाचार की राजनीति को नकार कर भाजपा के विकास और सुशासन को अपना आशीर्वाद दे रही है।

जिंदा रहने की चाहत भरती है ज़िंदगी में रंग

लेखक : दिलीप कुमार

अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने मिल जाए ये हर खिलाड़ी का ख्वाब होता है, लेकिन जब आप टेस्ट क्रिकेट में 10 हज़ार का आंकड़ा पार कर लेते हैं तो आप महानतम बन जाते हैं.. स्टीव स्मिथ ने टेस्ट क्रिकेट में ज़बरदस्त वापसी करते हुए ये मुकाम पार कर लिया है, साथ ही आज टेस्ट क्रिकेट में 36वां शतक लगा दिया है. रूट तो 13 हज़ार रन के मुहाने पर खड़े हैं.. विलियम्सन भी दस हजार रन पहुंच ही जाएंगे वहीँ शतकों में विराट से आगे हैं.

रूट, स्मिथ, विलियम्सन तीनों जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं और लगातार रन बना रहे हैं. टेस्ट क्रिकेट में एक समय इन तीनों से काफ़ी आगे चल रहे विराट कोहली आज संघर्ष कर रहे हैं, क्रिकेट एक्सपर्ट तो चुका बता रहे हैं…

मैं सोच रहा हूँ जब हमसे पीछे वाले आगे निकल जाएं और हमारे चेहरे पर उनकी गाड़ी की धूल हो तो हम टूट चुके होते हैं! उस समय हम मोटिवेशन कैसे ले पाते होंगे?

एक अवॉर्ड फंक्शन में शाहरुख खान राजकुमार राव से पूछ रहे थे – “तुम स्क्रिप्ट कैसे चुनते हो? आजकल तुम्हारी फ़िल्में ज़बरदस्त चल रही हैं! पूरी ऑडिएंस हँस रही थी, मैं सोच रहा था भले ही ये मज़ाक कर रहा है बन्दा लेकिन ये कहीं न कहीं से बेचैन है! लगभग बीस सालों तक टॉप में रहने वाले शाहरुख जब अचानक से 2014 के बाद बुरे दिनों में चल रहे थे लगातार कई फ्लॉप हो गईं थीं, और अचानक से सलमान – आमिर 500-500 करोड़ लगभग हर फ़िल्म से कमा रहे थे, तब शाहरुख एक दिन अवॉर्ड फंक्शन में बोलते हैं – “आजकल देश की मिट्टी ही सोना उगल रही है, सलमान – आमिर ने लंगोट पहनकर 500-500 करोड़ कमा लिए और एक मैं लंदन, रोमानिया, भाग – भागकर पागल हो गया फ़िल्में भी फ्लॉप…. तब शाहरुख के चेहरे पर निराशा झलक रही थी..लेकिन उन्होंने मेहनत की बदलाव किया ब्रेक लिया…. पठान, जवान, डंकी फिल्म से झंडा गाड़ दिया.. आज सलमान आमिर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन आमिर को देखिए मूल स्वभाव से बिल्कुल विपरीत आचरण कर रहे हैं, दबाव साफ़ झलक रहा है..मैंने ऐसे आमिर खान को कभी नहीं देखा. जबकि शाहरुख ने ज़्यादा कोई परिवर्तन नहीं किया था. पिछला मैच जीतने के बाद जब हार्दिक पांड्या के साथ विराट को चहकते देखा तो बरबस अवॉर्ड फंक्शन में नाचते हुए शाहरुख की याद आ गई जिनकी फ़िल्में फ्लॉप हो रहीं थीं लेकिन लगातार मंचों पर नाच रहे थे, आज फ़िल्में तो चल रही हैं लेकिन शाहरुख ने मीडिया से दूरी अख्तियार कर लिया है. आज विराट का बल्ला तो ख़ामोश है लेकिन विराट ख़ामोश नहीं हैं…अगर आदमी ने खुद को खत्म कर लिया तो उसे खत्म होते देर नहीं लगेगी….

महाकुंभ 2025 : बर्ड फेस्टिवल में होगा 200 प्रजातियों के पक्षियों का संगम

श्रद्धालुओं को हो सकेगा इंडियन स्कीमर, फ्लेमिंगो और साइबेरियन क्रेन का दीदार, इको टूरिज्म को मिलेगा बढावा

प्रयागराज : महाकुंभ 2025 में  पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए आगामी 16 से 18 फरवरी के बीच तीन दिवसीय इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 200 से अधिक प्रजातियों के प्रवासी और स्थानीय पक्षियों का संगम देखने को मिलेगा। यह आयोजन पर्यावरण प्रेमियों, पक्षी विज्ञानियों और श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा अवसर होगा, जहां वे पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों का अवलोकन कर सकेंगे और उनके संरक्षण के महत्व को समझ सकेंगे। इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल न केवल पक्षियों को देखने का अवसर प्रदान करेगा, बल्कि यह विभिन्न प्रतियोगिताओं और शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से पक्षी संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा। इस कार्यक्रम के तहत फोटोग्राफी, पेंटिंग, नारा लेखन, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, तकनीकी सत्र और पैनल चर्चाओं में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक, पर्यावरणविद् और संरक्षण विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे।वन विभाग के आईटी हेड आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि इस महोत्सव में शामिल होने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9319277004 पर संपर्क किया जा सकता है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य युवाओं, पर्यावरण प्रेमियों और श्रद्धालुओं को पक्षियों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा के प्रति प्रेरित करना है। सरकार इस आयोजन को और भी आकर्षक बनाने के लिए प्रतियोगिताओं के विजेताओं को 10,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक के कुल 21 लाख रुपये के पुरस्कार प्रदान करेगी। इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल के दौरान श्रद्धालु लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर, फ्लेमिंगो और साइबेरियन क्रेन जैसे दुर्लभ पक्षियों को नजदीक से देख सकेंगे। यह आयोजन महाकुंभ में आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता की महत्ता को समझाने का अवसर भी प्रदान करेगा। साइबेरिया, मंगोलिया, अफगानिस्तान सहित 10 से अधिक देशों से हजारों प्रवासी पक्षी प्रयागराज के गंगा-यमुना तटों पर पहुंचे हैं, जो अपनी अनोखी उड़ानों और समूहबद्ध प्रवास से पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। डीएफओ प्रयागराज अरविंद कुमार यादव ने बताया कि यह महोत्सव केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान का हिस्सा बनेगा। उन्होंने कहा कि पक्षियों के संरक्षण से ही प्राकृतिक आपदा प्रबंधन और पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बना रह सकता है, और इस प्रकार के आयोजन लोगों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाने में मदद करेंगे। प्रयागराज मेला प्रशासन के निर्देश पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष इको टूरिज्म प्लान तैयार किया गया है, जिससे वे पक्षियों को देखने और उनके प्राकृतिक आवास के महत्व को समझने का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। बर्ड वॉक और नेचर वॉक के माध्यम से विशेषज्ञों के साथ मिलकर श्रद्धालु पक्षियों के व्यवहार, उनकी प्रवास यात्राओं और पारिस्थितिकी में उनकी भूमिका को करीब से समझ सकेंगे।इसके अलावा, महाकुंभ क्षेत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, नुक्कड़ नाटकों, चित्रकला प्रदर्शनियों और अन्य गतिविधियों के माध्यम से पक्षी संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल श्रद्धालुओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की दिशा में कदम उठाना भी है।इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल में शामिल होने वाले पक्षी प्रेमी, शोधकर्ता, वैज्ञानिक और छात्र पक्षी विज्ञान और संरक्षण से जुड़ी नई जानकारियां प्राप्त करेंगे। विभिन्न सत्रों में पक्षियों की प्रवास यात्राओं, उनके आवासों की सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और उनके अस्तित्व से जुड़े वैज्ञानिक तथ्यों पर चर्चा की जाएगी।यह महोत्सव न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जैव विविधता और पर्यावरणीय स्थिरता को लेकर एक मजबूत संदेश देगा। पक्षियों के संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों में छात्रों की भागीदारी उन्हें प्रकृति से जोड़ने और उनकी जिम्मेदारी को समझने का अवसर प्रदान करेगी। महाकुंभ 2025 में आयोजित होने वाला इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल भारतीय संस्कृति, प्रकृति प्रेम और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का एक अनूठा मिश्रण होगा। यह आयोजन श्रद्धालुओं और पर्यटकों को प्राकृतिक संपदा के महत्व को समझाने, जैव विविधता को बचाने और सतत विकास के प्रति प्रेरित करने का कार्य करेगा।सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाएं और योजनाएं न केवल महाकुंभ को एक ऐतिहासिक आयोजन बना रही हैं, बल्कि भविष्य के लिए पर्यावरणीय संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी उठा रही हैं। महाकुंभ 2025 का यह आयोजन केवल श्रद्धालुओं के लिए नहीं, बल्कि वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, पर्यावरणविदों और भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक सीख और प्रेरणा बनेगा। यह आयोजन संस्कृति, आस्था और प्रकृति के अनोखे संगम का साक्षी बनेगा, जहां श्रद्धालु केवल आध्यात्मिक रूप से नहीं, बल्कि प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को भी गहराई से महसूस करेंगे।

 नए रूप में ज्यादा प्रभावी होगा कौशल भारत कार्यक्रम  

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कार्यबल विकास को मजबूत करने और कौशल को देश की आर्थिक वृद्धि का आधार बनाने का कार्यक्रम

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज केंद्रीय क्षेत्र योजना ‘कौशल भारत कार्यक्रम (एसआईपी)’ को 2022-23 से 2025-26 तक 8,800 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 2026 तक जारी रखने और पुनर्गठन को मंजूरी दे दी। यह स्वीकृति दे देश भर में मांग-आधारित, प्रौद्योगिकी-सक्षम और उद्योग-संबंधी प्रशिक्षण को एकीकृत करके कुशल, भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

यह स्वीकृति देश भर में मांग-संचालित, प्रौद्योगिकी-सक्षम और उद्योग-संरेखित प्रशिक्षण को एकीकृत करके कुशल, भविष्य के लिए तैयार कार्यबल के निर्माण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इन पहलों का उद्देश्य संरचित कौशल विकास, कार्यस्थल पर प्रशिक्षण और समुदाय-आधारित शिक्षा प्रदान करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हाशिए पर रहने वाले समुदायों सहित शहरी और ग्रामीण दोनों आबादी को उच्च गुणवत्ता वाली व्यावसायिक शिक्षा तक पहुंच प्राप्त हो सके। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की तीन प्रमुख योजनाओं के अंतर्गत अब तक 2.27 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0:

पीएमकेवीवाई 4.0 योजना विशेष परियोजनाओं (एसपी) सहित अल्पकालिक प्रशिक्षण (एसटीटी) के माध्यम से एनएसक्यूएफ संरेखित कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करती है और पूर्व शिक्षण की मान्यता (आरपीएल) के माध्यम से पुनः कौशल और कौशल उन्नयन प्रदान करती है, जिसका लक्ष्य लाभार्थी 15-59 वर्ष की आयु का है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (पीएमकेवीवाई 4.0) में कौशल विकास प्रशिक्षण को उद्योगोन्मुख बनाने, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बिठाने तथा अधिक सुलभता के लिए परिवर्तनकारी बदलाव किए गए हैं। इस योजना के तहत एक महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि अल्पकालिक कौशल कार्यक्रमों के भीतर ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) को एकीकृत किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि प्रशिक्षुओं को वास्तविक कार्य का अनुभव और उद्योग का अनुभव प्राप्त हो। उद्योग जगत की बदलती मांगों और नए युग की तकनीक के आगमन के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए, एआई, 5जी तकनीक, साइबर सुरक्षा, ग्रीन हाइड्रोजन, ड्रोन तकनीक पर 400 से अधिक नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं, जो उभरती प्रौद्योगिकियों और भविष्य के कौशल पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

मिश्रित और लचीले शिक्षण मॉडल में अब डिजिटल डिलीवरी शामिल है, जिससे प्रशिक्षण अधिक लचीला और स्केलेबल हो गया है। मिश्रित और लचीले शिक्षण मॉडल में अब डिजिटल डिलीवरी शामिल है, जिससे प्रशिक्षण अधिक लचीला और स्केलेबल हो गया है। लक्षित, उद्योग-प्रासंगिक कौशल प्रदान करने, शिक्षार्थियों को उच्च-मांग वाली नौकरी में कौशल बढ़ाने, पुनः कौशल प्राप्त करने और रोजगार योग्यता बढ़ाने में सक्षम बनाने के लिए कार्यक्रम 7.5 से 30 घंटे तक के माइक्रो-क्रेडेंशियल और राष्ट्रीय व्यावसायिक मानकों (एनओएस)-आधारित पाठ्यक्रम प्रस्तुत करता है।

मौजूदा बुनियादी ढांचे के पार उपयोग को अधिकतम करने और गुणवत्ता प्रशिक्षण तक पहुंच का विस्तार करने के लिए, आईआईटी, एनआईटी और जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी), केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस), पीएम श्री स्कूल, टूलरूम, एनआईएलईटी, सीआईपीईटी आदि सहित प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में कौशल केंद्र स्थापित किए गए हैं। पीएमकेवीवाई 4.0 विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध पाठ्यक्रम के साथ उद्योग-प्रासंगिक प्रशिक्षण सुनिश्चित करता है जो कौशल प्रशिक्षण को अधिक समावेशी एवं सुलभ बनाता है। शिक्षण के परिणामों को बेहतर बनाने के लिए 600 से अधिक प्रशिक्षु और प्रशिक्षक पुस्तिकाओं का आठ क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है।

गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और मूल्यांकन को मजबूत करने के लिए एक लाख मूल्यांकनकर्ताओं और प्रशिक्षकों का एक राष्ट्रीय पूल विकसित किया जा रहा है, जिससे प्रशिक्षण केंद्रों में मानकीकरण और विशेषज्ञता सुनिश्चित हो सके। उद्योग साझेदारी रिक्रूट ट्रेन डिप्लॉय (आरटीडी) प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार के अवसरों तक पहुंच सुनिश्चित करती है।

इसके अतिरिक्त, यह योजना इंटरनेशनल मोबिलिटी पर जोर देती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि भारतीय श्रमिक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कौशल से सुसज्जित हों। मंत्रालय ने विभिन्न देशों के साथ गतिशीलता साझेदारी समझौते (एमपीए) और समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं तथा आवश्यक क्षेत्रीय कौशल अंतर अध्ययन भी किए हैं। इस योजना के अंतर्गत, हमारे कार्यबल के लिए इंटरनेशनल मोबिलिटी के अवसरों को बढ़ाने के लिए डोमेन विशेषज्ञता, संयुक्त प्रमाणन, भाषा दक्षता और सॉफ्ट स्किल्स में प्रशिक्षण सक्षम करने के लिए पहल की गई है।

प्रवेश ने गिरा दी केजरी “वाल”, सीएम के दावेदार   

नई दिल्ली :  नईदिल्ली विधानसभा सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए है. उनको  बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने एक हजार से अधिक वोटों से पराजित किया है|  नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल ने वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर पहली बार जीत दर्ज की थी| उस समय से केजरीवाल इस सीट पर काबिज थे| जीत के बाद भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट की व गुरुद्वारे जाकर मत्था टेंका| उनको मुख्यमंत्री का दावेदार माना जा रहा है|   .

आप संयोजक केजरीवाल अपने प्रतिद्वंद्वी से लगभग 1,200 वोट पीछे रहे| जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे|  इन नतीजों से दोनों पार्टियों के बीच दरार पर चर्चा फिर से शुरू हो जाएगी – दोनों ही भारत के विपक्षी ब्लॉक के सदस्य हैं – और अगर गठबंधन होता तो शायद अलग परिणाम मिलते. इस बीच, अपने पिता साहिब सिंह वर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले संभावित भावी मुख्यमंत्री वर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे| उधर अनुपम खेर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “वैसे तो किसी को भी पीड़ा पहुंचाना ठीक नहीं|  लेकिन जिनके साथ गहरा अन्याय हुआ हो, उन पर हंसना, उनकी पीड़ा का मज़ाक उड़ाना, उनकी आत्मा को दुख पहुंचाना, ये इंसानियत की सभी हदों को पार करना होता है. और फिर उस दुखी आत्मा से न चाहते हुए भी एक आह निकलती है. और वही आह आगे जाकर एक श्राप का रूप धारण करती है| ”

नई दिल्ली :  नईदिल्ली विधानसभा सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए है. उनको  बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने एक हजार से अधिक वोटों से पराजित किया है|  नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल ने वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर पहली बार जीत दर्ज की थी| उस समय से केजरीवाल इस सीट पर काबिज थे| जीत के बाद भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट की व गुरुद्वारे जाकर मत्था टेंका| उनको मुख्यमंत्री का दावेदार माना जा रहा है|   .

आप संयोजक केजरीवाल अपने प्रतिद्वंद्वी से लगभग 1,200 वोट पीछे रहे| जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे|  इन नतीजों से दोनों पार्टियों के बीच दरार पर चर्चा फिर से शुरू हो जाएगी – दोनों ही भारत के विपक्षी ब्लॉक के सदस्य हैं – और अगर गठबंधन होता तो शायद अलग परिणाम मिलते. इस बीच, अपने पिता साहिब सिंह वर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले संभावित भावी मुख्यमंत्री वर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे| उधर अनुपम खेर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “वैसे तो किसी को भी पीड़ा पहुंचाना ठीक नहीं|  लेकिन जिनके साथ गहरा अन्याय हुआ हो, उन पर हंसना, उनकी पीड़ा का मज़ाक उड़ाना, उनकी आत्मा को दुख पहुंचाना, ये इंसानियत की सभी हदों को पार करना होता है. और फिर उस दुखी आत्मा से न चाहते हुए भी एक आह निकलती है. और वही आह आगे जाकर एक श्राप का रूप धारण करती है| ”

प्रवेश ने रोकी केजरी “वाल” की जीत की एंट्री, सीएम पद के दावेदार   

नई दिल्ली :  नईदिल्ली विधानसभा सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए है. उनको  बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने एक हजार से अधिक वोटों से पराजित किया है|  नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल ने वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर पहली बार जीत दर्ज की थी| उस समय से केजरीवाल इस सीट पर काबिज थे| जीत के बाद भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट की व गुरुद्वारे जाकर मत्था टेंका| उनको मुख्यमंत्री का दावेदार माना जा रहा है|   .

आप संयोजक केजरीवाल अपने प्रतिद्वंद्वी से लगभग 1,200 वोट पीछे रहे| जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे|  इन नतीजों से दोनों पार्टियों के बीच दरार पर चर्चा फिर से शुरू हो जाएगी – दोनों ही भारत के विपक्षी ब्लॉक के सदस्य हैं – और अगर गठबंधन होता तो शायद अलग परिणाम मिलते. इस बीच, अपने पिता साहिब सिंह वर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले संभावित भावी मुख्यमंत्री वर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे| उधर अनुपम खेर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा, “वैसे तो किसी को भी पीड़ा पहुंचाना ठीक नहीं|  लेकिन जिनके साथ गहरा अन्याय हुआ हो, उन पर हंसना, उनकी पीड़ा का मज़ाक उड़ाना, उनकी आत्मा को दुख पहुंचाना, ये इंसानियत की सभी हदों को पार करना होता है. और फिर उस दुखी आत्मा से न चाहते हुए भी एक आह निकलती है. और वही आह आगे जाकर एक श्राप का रूप धारण करती है| ”

ढाई दशक बाद भाजपा की हस्तिनापुर वापसी, अयोध्या में भी जय-जय

नई दिल्ली :  भारतीय जनता पार्टी के ढाई दशक बाद आखिरकार जीत का इतिहास रच ही डाला है| वर्ष 1998 में बीजेपी का राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्‍ली में सुषमा स्‍वराज के रूप में अंतिम मुख्‍यमंत्री थीं| इस बार भाजपा ने  अरविंद केजरीवाल की पार्टी को हराकर प्रचंड जीत दर्ज की| दिल्‍ली विधानसभा चुनाव रिजल्‍ट 2025 पूरी तरह से पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी के पक्ष में रहे| इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने दिल्‍ली में अपने 27 साल के सूखे को खत्‍म कर दिया है| दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के मिल्किपुर विधान सभा उप चुनाव में भाजपा ने सपा को भारी मतों से हराया| इस प्रकार यहाँ अयोध्या में भी बीजेपी की जय- जय हो गई|  

गौरतलब है कि साल 2015 में जब दिल्‍ली में विधानसभा चुनाव हुए थे तब आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी| बीजेपी को महज तीन सीटें मिली थी. इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनावों में आप को 62 सीटें मिली. बीजेपी को केवल आठ सीटें मिली थी. यह दोनों ही ऐसे रिकॉर्ड हैं, जिसे बीजेपी प्रचंड जीत के बावजूद नहीं तोड़ पाई है| दोपहर एक बजे के रुझानों के मुताबिक बीजेपी 47 सीटों पर आगे है जबकि आप को 23 सीटें मिलती नजर आ रही हैं|  

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन तैयार: जल्द लंबी दूरी की यात्रा के नये युग की शुरूआत

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पहली तैयार ट्रेन ने लंबी दूरी का ट्रायल पूरा किया; आईसीएफ इस साल के अंत तक नौ और वंदे भारत वीबी स्लीपर ट्रेन देगा

 नई दिल्ली : वंदे भारत स्लीपर ट्रेन तैयार होने के साथ भारतीय रेलवे लंबी दूरी की यात्रा में क्रांति लाने के लिए तैयार है, जो देश के सबसे तेजी से बढ़ते बेड़े का एक अत्याधुनिक संस्करण है। विश्वस्तरीय, हाई-स्पीड स्लीपर ट्रेन का सपना अब हकीकत बन चुका है क्योंकि पहली 16-डिब्बों वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने 15 जनवरी 2025 को मुंबई-अहमदाबाद खंड में पांच सौ चालीस किलोमीटर की दूरी के लिए अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) के कठोर परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई ने पिछले साल 17 दिसंबर को भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का निर्माण पूरा किया। एक पखवाड़े के भीतर ट्रेन को कोटा डिवीजन में लाया गया और पिछले महीने के पहले सप्ताह में लगातार तीन दिन तक 30 से 40 किलोमीटर की छोटी दूरी के लिए सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया, जहां इसने 180 किलोमीटर प्रति घंटे की उच्च गति से आरामदायक यात्रा का अनुभव हासिल किया।

यह उपलब्धि रेलवे के आधुनिकीकरण में एक महत्वपूर्ण छलांग है, जो यात्रियों के लिए एक बेरोकटोक और शानदार यात्रा के अनुभव का वादा करती है। आराम, गति और अत्याधुनिक तकनीक पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें आने वाले दिनों में लोगों को रात भर की यात्राओं की नई परिभाषा देने के लिए तैयार हैं।

उत्पादन बढ़ाना: प्रगति की ओर

प्रोटोटाइप के सफल परीक्षण के बाद, अप्रैल से दिसम्बर 2025 के बीच नौ और वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट का उत्पादन निर्धारित है। ये ट्रेनें लंबी दूरी के यात्रियों के लिए दक्षता और सुविधा के मामले में नए मानक स्थापित करेंगी।

इस स्लीपर ट्रेन को पहली बार उपलब्ध कराने के लिए, भारतीय रेलवे ने 17 दिसम्बर 2024 को 24 डिब्बों की वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के 50 रेक के लिए प्रोपल्शन इलेक्ट्रिक्स का एक बड़ा ऑर्डर दिया है। यह ऑर्डर दो प्रमुख भारतीय निर्माताओं को दिया गया है, जो 2 साल की समय सीमा में तैयार होने की संभावना है।

मेसर्स मेधा 33 रेकों के लिए प्रोपल्शन प्रणाली की आपूर्ति करेगी

मेसर्स अलस्टॉम 17 रेकों के लिए प्रोपल्शन प्रणाली की आपूर्ति करेगा

भविष्य की ओर देखते हुए, 24 डिब्बों वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पूरे पैमाने पर उत्पादन 2026-27 में शुरू होगा, जिससे रेलवे प्रौद्योगिकी में भारत की आत्मनिर्भरता और मजबूत होगी।

गति और विलासिता के साथ रेल यात्रा में एक नया अध्याय

इन वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को स्वचालित दरवाजों, बेहद आरामदायक बर्थ, ऑन बोर्ड वाईफ़ाई और विमान जैसी सुविधाओं के साथ डिज़ाइन किया गया है। भारत में यात्री पहले से ही मध्यम और छोटी दूरी पर देश भर में चलने वाली 136 वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से रिक्लाइनिंग सीटों और विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव का आनंद ले रहे हैं। वंदे भारत स्लीपर के साथ, यात्री विश्वस्तरीय सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से लैस एक शांत, सुगम और अधिक आरामदायक यात्रा की उम्मीद कर सकते हैं। मेक इन इंडिया पहल के तहत डिज़ाइन और निर्मित, यह ट्रेन भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और रेल यात्रा में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

जैसे-जैसे भारतीय रेलवे इस परिवर्तनकारी परियोजना के साथ आगे बढ़ रहा है, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट आधुनिक, कुशल और यात्री-अनुकूल परिवहन की राष्ट्र की कल्पना का प्रमाण है।

ट्रेन की विशेषताएं

ट्रेन में 16 डिब्बे हैं जिन्हें तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है: एसी प्रथम श्रेणी, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर

ट्रेन की कुल क्षमता 1,128 यात्रियों की है

ट्रेन में क्रैश बफ़र्स, विरूपण ट्यूब और अग्नि अवरोधक दीवार है

ट्रेन में स्वचालित दरवाजे, गद्देदार बर्थ और ऑनबोर्ड वाईफाई है भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के परिचालन से पहले, अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) ट्रायल रन का विश्लेषण करने के बाद अंतिम प्रमाणपत्र जारी करेगा। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ट्रेन की अधिकतम गति का मूल्यांकन करेंगे।