रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव अब युद्ध में बदल गया है। दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा भी बढ़ा दिया है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने किसी बाहरी को दखल न देने की बात कही है तो वहीं अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस को जवाब देने को कहा है। नाटो देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा दिये हैं। अमेरिका ने फिलहाल अपनी सेना यूक्रेन में भेजने से इंकार किया है। यूक्रेन ने इस मौके पर दुनियाँ से मदद मांगी है। नाटो देशों पर यूक्रेन को अकेला छोडने का आरोप लगाया है। तो भारत के अपील की है कि वो रूस को युद्ध करने से रोके। उधर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से बात की है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन संकट पर भारत से सलाह लेने की बात कही है। बाइडेन ने कहा कि जिस तरह से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है उसके बाद हम भारत से यूक्रेन संकट के बारे में सलाह लेंगे। मीडिया से बात करते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पड़ोसी देश से बढ़ रही चुनौती की वजह से हमने यूक्रेन में सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है। इसके साथ ही पुतिन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई इस मामले में हस्तक्षेप करता है तो रूसी सेना की ओर से इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे। रूस ने हालिया तनाव पर भारत के तटस्थ रुख की सराहना की है। साथ ही रूसी राजनयिक ने भारत से ये उम्मीद जताई है कि वो यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देगा। रूस ने सोमवार को इन इलाकों को यूक्रेन से स्वतंत्र घोषित कर दिया था।
हालांकि भारत के सामने बड़ी चुनौती है कि आखिर वह इस मसले पर क्या रुख अख्तियार करे। दरअसल रूस भारत का लंबे समय से मित्र देश है और अमेरिका भारत का अहम रणनीतिक महत्ता का देश है। लिहाजा भारत दोनों में से किसी भी देश के साथ अपने संबंध खराब नहीं करना चाहेगा। यहां एक और बात ध्यान देने वाली है कि भारत का कोई भी प्रधानमंत्री आजतक यूक्रेन के दौरे पर नहीं गया है।